
अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर से जारी करवाई थी अनुमति, पुलिस ने दबोचा
रायगढ़ में आरोपी के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज
रायगढ़। सरकारी दस्तावेजों की कूटरचना कर अवैध रूप से फ्लाई एश डंपिंग कराने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने कलेक्टर और जिला खनिज अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर कर अवैध अनुमति जारी की थी। आरोपी के खिलाफ पहले से ही मारपीट, धोखाधड़ी और शासकीय कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
फर्जी सील बनाकर जारी किया आदेश
जानकारी के मुताबिक, खनिज अधिकारी सक्ती किशोर कुमार बंजारे ने 23 जनवरी 2025 को थाना बाराद्वार में शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि कलेक्टर सक्ती को व्हाट्सएप पर एक संदिग्ध पत्र मिला, जिसमें सरकारी जमीन पर फ्लाई एश भराव की अनुमति दी गई थी। जांच करने पर पता चला कि यह पत्र फर्जी तरीके से तैयार किया गया था और इसमें कलेक्टर व खनिज अधिकारी के जाली हस्ताक्षर थे।
गिरफ्त में आया फरार आरोपी
इस मामले में पुलिस ने आरोपी भूपेंद्र किशोर वैष्णव (पिता द्वारिका दास वैष्णव, उम्र 45 वर्ष, निवासी श्यामा प्रसाद रोड, वार्ड क्रमांक 06, खरसिया, जिला रायगढ़) को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ थाना खरसिया और बिलासपुर में 12 आपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने पुलिस पर अपने व्यवसायिक प्रभाव का दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश यादव व अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) मनीष कुंवर के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया। आरोपी को 1 फरवरी 2025 को न्यायिक रिमांड पर अदालत में पेश किया गया।
टीम ने निभाई अहम भूमिका
इस ऑपरेशन में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अनवर अली, सउनि नजीर हुसैन, प्रआर अरुण कौशिक, आरक्षक वीरेंद्र सिदार, जितेंद्र सिदार, नंदगोपाल दिवाकर और रामकुमार यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।