
राउरकेला: पुलिस ने उदितनगर थाना क्षेत्र में दर्ज तीन मामलों की जांच के दौरान एक ठग दंपति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लक्ष्मी तांती (28) और उसके पति पिंकू उर्फ संग्राम कुमार साहू (31), निवासी टिम्बर कॉलोनी, शांति भवन के पास, थाना-प्लांटसाइट, जिला- सुंदरगढ़ के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके खिलाफ उदितनगर थाना में दर्ज कांड संख्या 12/2024, 13/2025 और 14/2025 के तहत कार्रवाई की है।
शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर कार्रवाई
गिरफ्तारी शिकायतकर्ताओं अमर बंछोर (30), गुप्तेश्वर देउरिया (30) और तेजलीना सोय (25) की शिकायतों के आधार पर की गई। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने निर्दोष बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर उनसे 19 से 20 लाख रुपये की ठगी की थी।
फर्जी नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र देकर किया धोखा
आरोपी लक्ष्मी तांती और संग्राम कुमार साहू सुंदरगढ़ जिले के बड़गांव, कुतरा, राजगांगपुर, हेमगिरी ब्लॉक सहित ग्रामीण इलाकों में सक्रिय थे। वे बेरोजगार युवकों को राउरकेला कोर्ट में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम वसूलते थे। पीड़ितों को फर्जी नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र दिए जाते थे। जब पीड़ितों ने राउरकेला कोर्ट में सत्यापन कराया, तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
विशेष पुलिस टीम की कार्रवाई
राउरकेला पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार, इंस्पेक्टर निरंजन सेठी, थाना प्रभारी उदितनगर थाना के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए लक्ष्मी तांती और संग्राम कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी ठगी के मामलों में शामिल
लक्ष्मी तांती पूर्व में भी ठगी के मामलों में संलिप्त रही है। बंडामुंडा थाना क्षेत्र में दर्ज कांड संख्या 19/2023 के तहत उस पर एक महिला से 30 लाख रुपये की ठगी का आरोप है। इस मामले में भी उसे राउरकेला न्यायालय में पेश किया गया था।
जब्त सामग्रियां
गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने निम्नलिखित सामग्री जब्त की है:
- एक मारुति वैगन-आर कार (पंजीकरण संख्या OD-19-6581)
- दो मोबाइल फोन
- 15 फर्जी नियुक्ति पत्र
- 10 फर्जी लेमिनेटेड पहचान पत्र
पुलिस की अपील
राउरकेला पुलिस ने स्थानीय युवाओं से अपील की है कि वे ऐसे धोखेबाजों के झांसे में न आएं। अगर कोई व्यक्ति सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे मांगता है, तो तुरंत संबंधित पुलिस स्टेशन को सूचित करें। साथ ही, सोशल मीडिया पर उपलब्ध किसी भी नौकरी की पेशकश की प्रामाणिकता की पुष्टि किए बिना उस पर विश्वास न करें।
पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। साथ ही, आरोपियों की संपत्ति और बैंक खातों की भी जांच की जा रही है।