प्रेमिका को आत्महत्या करने हेतु उत्प्रेरित करने वाले प्रेमी अल्ताफ खान उर्फ शनि को सिटी कोतवाली जशपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल,
शादी करने की बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ था
अल्ताफ खान के विरूद्ध अप.क्र. 161/2024 धारा 306 भा.द.वि. के तहत् अपराध दर्ज।
प्रकरण का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 24.06.2024 को दोपहर लगभग 12ः00 बजे से 12ः40 बजे के मध्य बलरामपुर जिले की निवासी एक 24 वर्षीय युवती सिटी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम घोलेंग स्थित एक मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, वह युवती विगत 01 वर्ष से घोलेंग में किराये के मकान में रहकर बिहान विभाग में पी.आर.पी. का कार्य कर रही थी। पुलिस द्वारा मर्ग जाॅंच उपरांत, गवाहों के कथन एवं प्रकरण के संदेही अल्ताफ खान एवं मृतिका के मोबाईल का सी.डी.आर. प्राप्त कर उसका अवलोकन एवं विश्लेषण किया गया।
महिला संबंधी संवेदनशील अपराध घटित होने पर एस.पी. जशपुर श्री शशि मोहन सिंह द्वारा थाना प्रभारी जशपुर निरीक्षक रविशंकर तिवारी को सभी पहलुओं की बारीकी से विवेचना करने एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये थे।
विवेचना दौरान प्रकरण के संदेही अल्ताफ खान को मुखबीर की सूचना पर दबिश देकर उसके निवास से अभिरक्षा में लिया गया, पूछताछ में उसने बताया कि मृतिका से उसका विगत 02 वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था, दोनों एक-दूसरे से मोबाईल से बाचतीच किया करते थे, मृतिका के घोलेंग में निवास करने के दौरान वह आना-जाना भी करता था एवं दिनांक 18.06.2024 को वह मृतिका के किराये के मकान घोलेंग में आकर रूका था और दिनांक 22.06.2024 को वह मृतिका को अपने साथ लेकर उसे कंदरई तक छोड़ा था एवं दिनांक 24.06.2024 को उसने मृतिका को उसके स्कूटी वाहन में बैठाकर वापस घोलेंग लेकर आया था,
जहाॅं पर दोनों के मध्य शादी करने की बात को लेकर विवाद हुआ एवं उसने मृतिका से शादी करने से इंकार किया। इसी बार से नाराज होकर मृतिका ने उक्त दिनांक को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अल्ताफ खान उम्र 24 साल निवासी गिनजई पारा चांदो, थाना चांदो जिला बलरामपुर (छ.ग.) का उक्त कृत्य धारा 306 भा.द.वि. का अपराध घटित करना पाये जाने पर उसे दिनांक 01.07.2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना करने एवं आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक रविशंकर तिवारी, स.उ.नि. दिलबंधन भगत, स.उ.नि. ईष्वर प्रसाद वारले, आर. शोभनाथ सिंह, आर. विनोद तिर्की, आर. हेमंत कुजूर, म.आर. पुनम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।