छत्तीसगढ़: नारायणपुर में नक्सलियों की IED धमाके में दो जवान घायल, सड़क निर्माण सुरक्षा के दौरान हादसा
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में शुक्रवार को एक बार फिर नक्सलियों की क्रूरता देखने को मिली। यहां नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर IED की चपेट में आने से दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत मौके से निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा के दौरान हमला
पुलिस के अनुसार, हाल ही में नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले कच्चापाल क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने एक नया कैंप स्थापित किया है। इस इलाके को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए निर्माण कार्य चल रहा है। जवानों की यह टीम शुक्रवार सुबह इसी सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निकली थी।
IED धमाका: कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, जब सुरक्षाबल सड़क निर्माण स्थल की निगरानी कर रहे थे, तभी दो जवानों का पैर नक्सलियों द्वारा पहले से प्लांट किए गए प्रेशर IED पर आ गया। इसके तुरंत बाद जोरदार धमाका हुआ, जिसमें दोनों जवान घायल हो गए।
- घटना की पुष्टि: नारायणपुर के एसपी प्रभात कुमार ने घटना की पुष्टि की है और कहा है कि घायल जवानों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
- सुरक्षाबलों की त्वरित प्रतिक्रिया: धमाके के तुरंत बाद जवानों ने घायलों को निकालने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए तेजी से कदम उठाए।
इलाके में सुरक्षा बढ़ाई गई
इस घटना के बाद पूरे इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
- IED हटाने का अभियान: सुरक्षाबल इलाके में अन्य संभावित IEDs की जांच कर रहे हैं ताकि किसी और हादसे को टाला जा सके।
- सड़क निर्माण पर असर: नक्सलियों के इस हमले से सड़क निर्माण कार्य बाधित हुआ है, लेकिन प्रशासन इसे जल्द ही फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है।
स्थानीय लोगों में दहशत
इस घटना से आसपास के ग्रामीणों में भय का माहौल है। नक्सली हमलों के चलते सड़क निर्माण और विकास कार्यों में लगातार रुकावट आ रही है, जिससे क्षेत्र के विकास में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
सरकार का बयान
राज्य सरकार ने इस हमले की निंदा की है और कहा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को हर हाल में पूरा किया जाएगा। घायल जवानों का इलाज सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
यह घटना नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्यों के सामने आने वाली चुनौतियों को फिर से उजागर करती है। सुरक्षा बल नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।