
चक्रधरपुर। दक्षिण पूर्व रेलवे में यूनियन मान्यता के लिए 11 साल बाद 4, 5, और 6 दिसंबर 2024 को संपन्न हुए गुप्त मतदान में मेंस यूनियन ने बड़ी सफलता हासिल की। पूरे दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में 76393 मतदाताओं में से 56170 ने मतदान किया। इसमें मेंस यूनियन ने 21070 (37.511%) वोट प्राप्त कर यूनियन की मान्यता प्राप्त की। रेलवे बोर्ड ने मेंस यूनियन को पत्र जारी कर यह मान्यता प्रदान की।
चक्रधरपुर मंडल में शानदार प्रदर्शन
चक्रधरपुर रेल मंडल में कुल 24140 मतदाताओं में से 17557 कर्मचारियों ने मतदान किया। इस दौरान मेंस यूनियन ने 6133 (35%) वोट प्राप्त कर शीर्ष स्थान प्राप्त किया। मेंस कांग्रेस ने 5310 वोट लेकर दूसरा स्थान हासिल किया।

तीसरे स्थान पर स्वतंत्र बहुजन रेलवे कर्मचारी यूनियन रही, जिसने 2618 वोट प्राप्त किए।
अन्य यूनियनों में मजदूर संघ (1976 वोट), मजदूर यूनियन (401 वोट), और मेंस तृणमूल यूनियन (113 वोट) शामिल हैं।
तीन राउंड में हुआ मतगणना का रोमांच
मतगणना तीन चरणों में हुई।
पहला राउंड: कुल 6355 वोट गिने गए। इसमें मेंस यूनियन को 2022 और मेंस कांग्रेस को 2229 वोट मिले।
दूसरा राउंड: 5955 वोटों की गिनती में मेंस यूनियन को 2192 और मेंस कांग्रेस को 1569 वोट प्राप्त हुए।
तीसरा राउंड: 5247 वोट गिने गए, जिसमें मेंस यूनियन ने 1919 और मेंस कांग्रेस ने 1512 वोट हासिल किए।
इस प्रकार, चक्रधरपुर मंडल में मेंस यूनियन ने मेंस कांग्रेस से 823 वोट अधिक पाकर जीत दर्ज की।
कड़ी सुरक्षा में हुई मतगणना
चक्रधरपुर रेल मंडल के 31 बूथों की मतपेटियों को रेलवे इंग्लिश स्कूल स्थित स्ट्रॉन्ग रूम से निर्वाचन अधिकारियों की उपस्थिति में महात्मा गांधी सभागार लाया गया।
मतगणना आरपीएफ जवानों की कड़ी सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में सुबह 8 बजे शुरू हुई। मतगणना स्थल पर आम लोगों और मीडियाकर्मियों का प्रवेश वर्जित था।
अधिकारीगण: मुख्य निर्वाचन अधिकारी एडीआरएम विनय कुजुर, डीपीओ एएन मिश्र, एडीएफएफ बीके शर्मा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रक्रिया में शामिल रहे।
सुरक्षा: आरपीएफ थाना प्रभारी विक्रम सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जवान तैनात रहे।
कार्यकर्ताओं का उत्साह और प्रतिक्रिया
मतगणना के दौरान मेंस यूनियन और मेंस कांग्रेस के कार्यकर्ता सभागार के बाहर डटे रहे।
मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि मिश्रा ने कहा, “रेल कर्मचारियों ने जिस यूनियन को समर्थन दिया, वह निष्ठा से उनके हित में कार्य करे। मेंस कांग्रेस ने हमेशा कर्मचारियों के पक्ष में काम किया है और आगे भी करती रहेगी।”
समारोह: जीत के बाद मेंस यूनियन के समर्थकों ने गुलाल उड़ा कर और रैली निकालकर जश्न मनाया।
निष्कर्ष: इस ऐतिहासिक जीत के साथ मेंस यूनियन ने न केवल चक्रधरपुर मंडल में बल्कि पूरे दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में अपना वर्चस्व स्थापित किया है।