छत्तीसगढ़

तू 16 बरस की गाता रहा मरीज, चलता रहा ऑपरेशन…VIDEO: छत्तीसगढ़ में सर्जरी के बीच गाना सुन मुस्कुराते रहे सर्जन; बुजुर्ग का हौसला बढ़ाया

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75 साल के गंगा राम यादव की हार्निया की सर्जरी की गई। अभी उन्हें ICU में रखा गया है।

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के निजी नर्सिंग होम में हर्निया के ऑपरेशन के दौरान एक बुजुर्ग मरीज गंगा राम यादव (75) गाना गाते दिखे। डॉक्टर्स सर्जरी कर रहे थे, तभी गंगा राम अपने प्यार को याद कर गाने लग जाते हैं। वह कहते हैं कि मैं 17 बरस का तू…16

ऑपरेशन थिएटर में गंगा राम यादव के गाने को सुनकर सर्जरी कर रहे सर्जन भी मुस्कुराते हुए नजर आए। सर्जनों ने भी बुजुर्ग व्यक्ति का हौसला बढ़ाया। सफल ऑपरेशन के बाद गंगा राम यादव को ICU में रखा गया है।

डॉक्टर्स ने बुजुर्ग का किया सफल ऑपरेशन।

डॉक्टर्स ने बुजुर्ग का किया सफल ऑपरेशन।

हसौद के रहने वाले हैं गंगाराम यादव

दरअसल, सक्ती जिले के हसौद का रहने वाला गंगा राम यादव को हर्निया की बीमारी थी। इलाज के लिए NKH नर्सिंग होम आया हुआ था। जांच के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने की सलाह दी थी। इसके बाद गंगाराम को भर्ती कराया गया।

बताया जा रहा है कि सभी टेस्ट होने के बाद गंगाराम को ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया, जहां पहले वह थोड़ा घबराए, लेकिन जिंदगी जीने के लिए बुजुर्ग ने हिम्मत बढ़ाई। डॉक्टर्स के सामने निडर होकर ऑपरेशन कराया।

गंगा राम यादव ने गाना गाते हुए ऑपरेशन कराया।

गंगा राम यादव ने गाना गाते हुए ऑपरेशन कराया।

सर्जन भी मुस्कुराते नजर आए

वीडियो में देखा जा सकता है कि ऑपरेशन कर रहे सर्जनों से गंगा राम यादव बात भी कर रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि कई ऐसे मरीज आते हैं, जोकि ऑपरेशन के नाम से डर जाते हैं, लेकिन गंगा राम यादव ने तो गाना गाते हुए ऑपरेशन कराया है।

जानिए क्या होता है हर्निया?

डॉक्टर्स के अनुसार हर्निया कॉमन सर्जिकल डिजीज है, जो कि 25 परसेंट पुरुष को लाइफ में कभी न कभी जरूर होती है। महिलाओं में यह 3 से 5% तक की आशंका रहती है। हर्निया कई प्रकार के होते हैं जो कि हमारी मांसपेशियों में कमजोरी के कारण होता है। इसके कारण हमारे पेट के अंदर की चीजें जैसे आंते, फैट बाहर आने की संभावना रहती है।

हर्निया का इलाज नहीं किया जाएगा तो उसमें कभी आंत आकर फंस सकती है। वह सर्जिकल इमरजेंसी की स्थिति बन जाती है। हर्निया का ऑपरेशन होता है वह इस प्रकार की इमरजेंसी और कॉम्प्लिकेशन से बचने के लिए होता है। पहले के समय में यह इसका ट्रीटमेंट ओपन सर्जरी के जरिए होता था। अब लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और रोबोटिक सर्जरी की जाती है।

ऐसे में पहले के समय पेशेंट को शुरुआती 6 महीनों में बहुत ध्यान रखना होता था। अब पेशेंट एक से दो दिन में डिस्चार्ज हो जाता है और पेशेंट को ज्यादा रिस्ट्रिक्शन नहीं होती है। अब जो मेस का इस्तेमाल किया जा रहा है उसमें इन्फेक्शन का खतरा लगभग समाप्त हो गया है।

कैसे पहचाने हार्निया

छाती से लेकर जांघों के ऊपर पेट के किसी भी हिस्से में वजन उठाने पर कोई गोला जैसा नजर आए और बैठने लेटने पर गायब हो जाए तो वह हार्निया हो सकता है। समय से इसका इलाज नहीं कराया गया तो यह बड़ी समस्या बन जाता है। ये बीमारी कामकाजी उम्र यानि युवावस्था में होती है।

क्या है इलाज

डॉक्टर कहते हैं कि हार्निया एचएआईवी, कैंसर से भी खतरनाक बीमारी होती है। इसका किसी गोली दवाई, होम्योपैथी, आयुर्वेद में उपचार नहीं हैं। इसका एकमात्र स्थाई समाधान है सर्जरी। ऑपरेशन कराने से ही हार्निया का स्थाई समाधान होता है।

कैसे होता है हार्निया

ये बीमारी 10 से 20 फीसदी लोगों में मिलती है। पुरुषों में ज्यादा होती है। इसको इनवर्नल हार्निया कहते हैं। महिलाओं में वेंटल हार्निया पेट की सर्जरी के बाद होती है। इसे वेंटल हार्निया कहते हैं। पेट की दीवार में मांसपेशियां होती हैं। जब भी मांसपेशियों में कमजोरी आती है तो ये दीवार कमजोर पड़ने लगती है और हार्निया बनने लगता है।

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