जिले के राज्योत्सव में लोगों का उत्साह नहीं, कुर्सियां खाली
जिले के राज्योत्सव में लोगों का उत्साह नहीं, कुर्सियां खाली
स्टालों में भी कोई खास रौनक नहीं राज्योत्सव में
सूरजपुर @कौशलेन्द्र यादव । जिले के राज्योत्सव में लोगों का उत्साह कम दिखा और भीड़ नहीं जुटने से कुर्सियां खाली रही। स्थानीय कलाकार कुर्सियों में बैठे रहे। स्टालों में भी कोई खास रौनक नहीं दिखी। अलबत्ता मंच नेताओं व अधिकारियों से भरा रहा।
जिले के राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बैकुंठपुर विधायक भईयालाल राजवाडे़ थे।अध्यक्षता प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मरावी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतापपुर विधायक श्रीमती शंकुतला पोर्ते, नपा अध्यक्ष केके अग्रवाल सहित कलेक्टर एसपी विशेष रूप से उपस्थित रहे। स्टेडियम ग्राउंड में राज्योत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ शाम को हुआ मगर इस कार्यक्रम को लेकर लोगों में उत्साह नहीं दिखा। मंच के सामने कुछ भाजपा नेता व अधिकारी- कर्मचारियों के अलावे कुर्सियों की शोभा स्थानीय कलाकार बढ़ा रहे थे। स्टालों में भी कोई रौनक नहीं दिखाई दे रही थी। हालांकि अभी रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति होनी है, जिसमें सुप्रसिद्ध लोक पार्श्व गायक घनश्याम महानंद एवं सुश्री स्तुति जायसवाल कार्यक्रम हिस्सा बनेंगे।
जिला प्रशासन के तमाम जिम्मेदार अधिकारियों की मौजूदगी में भारी अव्यवस्थाओं के बीच राज्य के स्थापना दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। ऐसा पहली बार हुआ है जब जिम्मेदार अधिकारियो की मौजूदगी में अव्यवस्था के आलम में राज्योत्सव जैसा महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित हुआ और जिम्मेदार अपनी आंखें मूंदे हुए थे। जिला स्तरीय उक्त आयोजन में ना ही पर्याप्त पेजयल व्यवस्था दिखी और न ही शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था की गई थी।घण्टो से छोटे छोटे स्कूली बच्चों को कार्यक्रम स्थल पर बैठाये रखा गया था परंतु जिला प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार नुमाइंदा इन बच्चों की सुध लेने वाला नहीं था।
उपस्थिति को लेकर जताई गई नाराजगी..
राजोत्सव के कार्यक्रम में लोगों की उपस्थिति को लेकर मुख्य अतिथि भी अपने आप को रोक नहीं पाए और उनको बोलना पड़ गया कि इस कार्यक्रम में कोई खास उत्साह नहीं दिखा कार्यक्रम में कम उपस्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए किसी पर दोष नहीं मढ़ रहा हूं मगर उन्होंने कहा कि यह राज्य उत्सव का कार्यक्रम है इसमें उत्साह होना चाहिए आगे ऐसा ना हो इसका ख्याल रखें स्टालों में भी भीड़ भाड़ नहीं होने से उन्होंने कहां की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंची नहीं पा रही है।