यूँ तो धोखाधडी़ और ठगने के कई मामले हमेशा से सामने आते रहे है इसी में ताजा मामला अयोध्या का आया है – पढ़े पूरी खबर
यूँ तो धोखाधडी़ और ठगने के कई मामले हमेशा से सामने आते रहे है इसी में ताजा मामला अयोध्या का आया है जहाँ बस यात्रीयों ने स्वयं को ठगा महसूस किया। घटना के अनुसार अयोध्या से बनारस तक जाने वाली साँवरिया बस सेवा जो स्लिपर कोच है और रात के 10.30 बजे अयोध्या बाइपास से चलकर दूसरे दिन भोर के 4.00 बजे बनारस पहुँचती है।
यात्रीयों ने इस बस की सीटे आरक्षित की थी इसीक्रम में एक यात्री ऐसा भी था जिसने अभीबस एप से दिनांक 28-09-2024 को साँवरिया बस की एक शैया संख्या “U”आरक्षित की थी और तय समय से कुछ समय पहले ही अयोध्या बाइपास में पहुँचा तो देखता है कि कर्मचारियों द्वारा उसे कोई दूसरी बस में बैठने को कहा जा रहा है। इससे पहले यात्री को मैसेज कर सूचना दी गई थी की बस 10.30 बजे की बजाए एक घंटे देरी से 11.30 बजे खुलेगी और अब दूसरी बस जो सावांरिया के मुकाबले कम लग्जरी और छोटी लग रही थी नाम था “हंस करनी कोच” ।
पर मजबूरी यह थी की यात्री को दूसरे दिन सुबह के चार बजे तक बनारस पहुँचना था। पर बस बिलम्ब से खुलने के कारण गंतव्य तक पहुंचने में विलम्ब तो होगी ही ऊसपर आरामदायक बस की जगह दूसरी और उस बस के मुकाबले कम आरामदायक बस पाकर यात्री को किसी तरह मजबूरी बस उस बस में सफर करना पड़ा।
यहाँ प्रश्न उठता है कि आज के समय में एक ओर बस वाले जहाँ आॅनलाइन माध्यम से ज्यादा यात्रीयों तक पहुंच पाते है ,वही दूसरी ओर इस तरह की धोखाधड़ी करना कहाँ तक उचित ठहराया जा सकता है।