जशपुर : ऑपरेशन ‘शंखनाद’ के तहत गौ-हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार, 49 किलो मांस बरामद

जशपुर। जशपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन “शंखनाद” के तहत तपकरा क्षेत्र में बड़ी सफलता मिली है। ग्राम मयूरचुंदी के जागरूक ग्रामीणों की सूचना पर गौ-वंश वध मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 49 किलोग्राम गौमांस समेत अन्य सामग्री जब्त की गई है। पुलिस ने प्रकरण में अन्य फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।
घटना की जानकारी 17 जुलाई को एसडीओपी कुनकुरी श्री विनोद मंडावी को मिली थी कि सुधीर कुजूर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एक घर में गौवंश का वध कर उसके मांस को विक्रय और भक्षण हेतु संग्रहित किए हुए है। सूचना मिलते ही एसएसपी शशि मोहन सिंह के निर्देश पर संयुक्त पुलिस टीम गठित कर तत्काल मौके पर दबिश दी गई।
गिरफ्तार आरोपी:
- सुधीर कुजूर (48 वर्ष), निवासी मयूरचुंदी खरवाडीपा, थाना तपकरा
- वीरसिंह कुजूर (55 वर्ष), निवासी मयूरचुंदी खरवाडीपा, थाना तपकरा
मौके पर पुलिस ने घेराबंदी कर सुधीर और वीरसिंह कुजूर को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान सुधीर ने स्वीकार किया कि उसने 16 जुलाई की शाम करीब 7 बजे अपने काले रंग के बैल का वध टंगिया से किया था। वह मांस विक्रय और भक्षण हेतु अपने नव-निर्मित मकान में रखे हुए था, जबकि अवशेषों को जमीन में दफना दिया गया था।
पुलिस ने आरोपी के मेमोरेंडम पर 49 किलोग्राम गौमांस, लोहे के औजार, तराजू, बाट आदि जब्त किए हैं। साथ ही मांस खरीदने आए वीरसिंह कुजूर के पास से 2 किलो गौमांस जब्त कर उसे भी गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों को 17 जुलाई को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी सघन पतासाजी की जा रही है।
पुलिस टीम का विशेष योगदान:
एसडीओपी विनोद मंडावी के नेतृत्व में स.उ.नि. दिलबंधन भगत, भुनेश्वर भगत, प्र.आर. अजय कुजूर लकड़ा, राजेन्द्र राम, भगत राम गोरे, धीरेंद्र मधुकर, शोभनाथ सिंह एवं शिवशंकर राम की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि –
“जागरूक ग्रामीणों की सूचना पर त्वरित कार्रवाई कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ऑपरेशन शंखनाद लगातार जारी रहेगा। यदि किसी को भी इस प्रकार की गतिविधि की जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।”
जशपुर पुलिस अपील करती है कि समाज में इस प्रकार की अपराध गतिविधियों की जानकारी मिलने पर तत्काळ स्थानीय थाना/चौकी या वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दें, जिससे समय रहते कार्रवाई की जा सके।





