छत्तीसगढ़

अस्पताल में महिलाओं की सुरक्षा के विषय पर एसपी जीपीएम ने सभी अस्पताल प्रबंधकों के साथ आयोजित की बैठक

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जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत सभी बीएमओ और डॉक्टर्स रहे बैठक में शामिल

सभी कर्मचारियों और प्राईवेट सुरक्षा कर्मियों के चरित्र सत्यापन और मानसिक आचरण की होगी जांच, अस्पताल प्रभारी और थाना प्रभारी करेंगे संयुक्त सिक्योरिटी ऑडिट

कार्यरत महिला स्टाफ हेतु बाथरूम रेस्ट रूम की पृथक व्यवस्था और नाइट ड्यूटी दौरान सुरक्षित घर छुड़वाने की व्यवस्था पर बनी सहमति

कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में तथा आगंतुक महिलाओं की सुरक्षा के विषय पर स्वास्थ्य विभाग और हॉस्पिटल प्रबंधन की पुलिस अधीक्षक जीपीएम आईपीएस भावना गुप्ता द्वारा कंट्रोल रूम में मीटिंग आयोजित की गई । मीटिंग में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री अशोक शर्मा समेत सभी बीएमओए और निजी एवं शासकीय अस्पतालों के डॉक्टर्स भी उपस्थित रहे। मीटिंग में अस्पताल परिसर को सुरक्षित बनाने विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई जिसमे महिला डॉक्टर्स द्वारा मुखरता से अपनी आवश्यकताओं और सुरक्षा के बारे में जानकारी दी।

दिनांक 28-08-2024 को  पुलिस अधीक्षक गौपेम श्रीमती भावना गुप्ता द्वारा चिकिस्तकों एवं कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में स्वास्थ्य विभाग और हॉस्पिटल प्रबंधन के संबंध में कार्यशाला आयोजित कर कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम 2013 के प्रावधान का पालन करने, स्वास्थ्य केन्द्रो में दैनिक वेतन भोगी या किसी प्रायवेट एजेंसी से कर्मचारी नियोजित करने की स्थिति में उनका पुलिस विभाग से अनिवार्यतः चरित्र सत्यापन एवं स्वत: सत्यापित करने हेतु निर्दशित किया गया साथ ही 15 दिवस के भीतर आंतरिक शिकायत समिति का गठन कर सूचना पुलिस कार्यालय गौ.पे.म. भेजने हेतु निर्देश दिया गया  एवं अस्पताल की सुरक्षा हेतु अस्पताल परिसर के बाहर एवं भीतर सी.सी.टी.व्ही. कैमरा से निगरानी रखने , किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का अस्पताल परिसर में प्रवेश रोके जाने, रात्रि में ड्यूटीरत डॉक्टर का नाम एवं फोन नंबर बोर्ड पर डिस्प्ले किये जाने, रात्रि में ड्यूटीरत महिला डॉक्टर एवं अन्य महिला कर्मियों के लिए पृथक से कामन रूम  की व्यवस्था किये जाने, किसी भी यौन अपराध या बालकों के अधिकारों के हनन से संबंधित शिकायत संज्ञान में आये तो तत्काल पुलिस को मेमों/सूचना प्रेषित की जाने, अस्पताल परिसर में प्रायवेट एम्बुलेंस की स्थायी पार्किंग प्रतिबंधित किये जाने एवं अस्पताल परिसर में सुलभ दृश्य स्थानों पर *पुलिस समाधान हेल्प लाईन नंबर 9479191792* एवं डायल 112 तथा कंट्रोल रूम मोबाईल नंबर 94791-90097 में चस्पा किये जाने के संबंध में चर्चा की गई ।

अस्पताल में लगे सभी कर्मियों का कैरेक्टर वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा । जहां प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रखे जा रहे हैं उनका भी कैरेक्टर वेरिफिकेशन करवाए।उनकी मानसिक स्थिति एवम सजगता की निगरानी करें।ड्यूटी स्थल में नियमित परिवर्तन करें।

एक्सेस कंट्रोल  बाहरी व्यक्तियों एवम प्राइवेट लोगों को हॉस्पिटल के संवेदनशील भाग में एंट्री नही मिलेगी ।

रात्रि में महिला कर्मियों को घर तक छोड़ने की सुरक्षित व्यवस्था हो। डॉक्टर्स के रेस्ट रूम और बाथरूम हेतु *सुरक्षित तथा पृथक व्यवस्था* होगी जहां अनुमति के बिना प्रवेश वर्जित रहेगा।

सीसीटीवी कैमरा वर्किंग हो एक विशेष चैंबर में 24*7 निगरानी होगी। एंट्री एक्जिट कॉरिडोर और बाउंड्री कवर करते हुए हों।

ओपीडी रूम और ऐसे कक्ष जहां महिलाओं को पुरुष डॉक्टर द्वारा चेक किया जाता था अनिवार्यतः महिला कर्मी ड्यूटी में साथ हों।


सभी जगह *इंटरनल कंप्लेंट कमिटी का गठन* किया जाए।
पुलिस अधिकारियों द्वारा चेक किया जाएगा जिसमे संस्था प्रमुख द्वारा रजिस्टर में साइन लिया जाएगा।

संयुक्त सुरक्षा ऑडिट
पुलिस एवम मेडिकल ऑफिसर की ज्वाइंट टीम बनाई जायेगी जो हॉस्पिटल की सुरक्षा व्यवस्था का ऑडिट करेगी ।

बैठक में पुलिस विभाग से जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल समेत सभी एसडीओपी और थाना प्रभारी शामिल रहे।

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