नेशनल पार्क क्षेत्र में पुलिस-माओवादी मुठभेड़: 31 माओवादी ढेर, 05 की हुई पहचान

बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 31 हार्डकोर वर्दीधारी माओवादी मारे गए, जिनमें से 05 की पहचान हो चुकी है। शेष माओवादियों की पहचान की जा रही है।

मुख्य बिंदु:
कुख्यात माओवादी ढेर:
हुंगा कर्मा (DVCM, वेस्ट बस्तर डिवीजन) – इनाम ₹8 लाख
मंगु हेमला (PLGA प्लाटून नं. 11 कमांडर) – इनाम ₹5 लाख
सुभाष ओयाम (ACM, नेशनल पार्क एरिया कमेटी) – इनाम ₹5 लाख
सन्नू (ACM, गंगालूर एरिया कमेटी) – इनाम ₹5 लाख
रमेश (पार्टी सदस्य, नेशनल पार्क एरिया) – इनाम ₹2 लाख
भारी मात्रा में हथियार एवं विस्फोटक बरामद:
AK-47, SLR, INSAS, .303 रायफल, 12 बोर गन, बीजीएल लॉन्चर, रॉकेट लॉन्चर, IED समेत अन्य हथियार एवं माओवादी सामग्री बरामद।
सुरक्षाबलों की शहादत:
प्रधान आरक्षक नरेश ध्रुव (DRG, बीजापुर)
आरक्षक बासित रावटे (STF, बीजापुर)
दोनों वीर सपूतों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
घायल जवानों का इलाज जारी:
DRG आरक्षक जग्गू कलमू एवं STF आरक्षक गुलाब मंडावी को भारतीय वायु सेना द्वारा एयरलिफ्ट कर रायपुर में इलाज के लिए भेजा गया। उनकी स्थिति स्थिर है।
मुठभेड़ का विवरण:
09 फरवरी 2025 को बीजापुर जिले के थाना फरसेगढ़ अंतर्गत अन्नपुर-टेकामेटा जंगल में डीआरजी, एसटीएफ और बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम ने माओवादियों के खिलाफ अभियान चलाया। सुबह 08:00 बजे मुठभेड़ शुरू हुई, जो रुक-रुक कर शाम 3-4 बजे तक चली। 40-45 सशस्त्र माओवादियों की मौजूदगी की सूचना पर की गई इस कार्रवाई में 31 माओवादी मारे गए।

वरिष्ठ अधिकारियों का निरीक्षण:
पुलिस महानिदेशक (DGP) छत्तीसगढ़ श्री अरुण देव गौतम एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बीजापुर में मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियार, गोला-बारूद, माओवादी साहित्य एवं अन्य वस्तुओं का निरीक्षण किया।
नक्सल विरोधी अभियान जारी रहेगा
बस्तर रेंज में 2025 की शुरुआत से अब तक 65 हार्डकोर माओवादी मारे गए, जिनमें से बीजापुर जिले में अकेले 56 माओवादी मारे गए हैं।
माओवादियों से आत्मसमर्पण की अपील
सुरक्षा बलों के मजबूत अभियान के चलते माओवादी संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। पुलिस द्वारा माओवादियों से हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की गई है।
सर्च ऑपरेशन जारी
मुठभेड़ स्थल पर खून के धब्बे और घसीटने के निशानों के आधार पर आशंका है कि कई और माओवादी घायल या मारे गए हो सकते हैं। सुरक्षाबलों द्वारा अतिरिक्त तलाशी अभियान जारी है।
यह मुठभेड़ बीजापुर जिले में नक्सल आतंक के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिससे क्षेत्रवासियों को राहत मिली है।





