
सूरजपुर @कौशलेन्द्र यादव । आज के समय में जब लोग अपने निजी स्वार्थ में डूबे हुए हैं, ऐसे में मानवता और सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवभजन सिंह मराबी ने प्रस्तुत किया। यह घटना प्रतापपुर के पास ग्राम पंचायत घुई डुबा की है, जहां दो व्यक्तियों की बाइक दुर्घटना के बाद सड़क पर खून से लथपथ बेहोश अवस्था में पड़े होने की सूचना मिली।
घायल अवस्था में मदद का हाथ बढ़ाया
शिवभजन सिंह मराबी अपने गृह ग्राम से प्रतापपुर की ओर जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने देखा कि सड़क पर दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल पड़े हैं। तत्काल अपनी गाड़ी रोककर उन्होंने न केवल उन व्यक्तियों को अपनी कार में बिठाया, बल्कि उन्हें समय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्रतापपुर पहुंचाया।
घायलों में एक व्यक्ति की पहचान ननका पड़ों के रूप में हुई, जो भेडिया से बरपटिया जा रहे थे। दुर्घटना में व्यक्ति के सिर, हाथ, पैर और कमर में गंभीर चोटें आईं थीं। डॉक्टरों ने बताया कि समय पर अस्पताल पहुंचने से व्यक्ति की जान बच गई।
शिवभजन मराबी: सड़क दुर्घटना में मसीहा
यह पहली बार नहीं है जब शिवभजन सिंह मराबी ने ऐसी मानवीयता का परिचय दिया है। वे हमेशा सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों को सहायता पहुंचाने में अग्रणी रहते हैं। उनकी इस तत्परता और संवेदनशीलता ने उन्हें क्षेत्र में एक “मसीहा” के रूप में प्रसिद्ध कर दिया है।
समाज को दिया संदेश
इस घटना के बाद, शिवभजन सिंह मराबी ने लोगों से अपील की कि सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा, “समय पर उपचार और सहायता से कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। हमारा कर्तव्य है कि हम ऐसे समय में पीड़ितों की मदद करें।”
समाज में सकारात्मक संदेश
आज जब कई लोग सड़क पर घायल पड़े व्यक्तियों को देखकर भी अनदेखा कर देते हैं, ऐसे में शिवभजन मराबी का यह कार्य समाज को प्रेरणा देता है। यह घटना न केवल उनके नेतृत्व की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि समाज में ऐसे उदाहरण आज भी जिंदा हैं, जो मानवता के प्रति हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाते हैं।
इस घटना ने साबित किया है कि समाज को ऐसे नेताओं की जरूरत है, जो न केवल नेतृत्व करें, बल्कि संकट के समय मदद का हाथ बढ़ाने में भी अग्रणी हों। शिवभजन सिंह मराबी का यह कार्य एक मिसाल है, जिसे हर व्यक्ति को अपनाना चाहिए।