“प्रेम की आड़ में छल”: रायगढ़ में युवती का शारीरिक व आर्थिक शोषण, आरोपी जमानत पर रिहा!!

रायगढ़ में प्रेम का झांसा देकर युवती का शोषण: पांच साल तक चली साजिश, आरोपी जमानत पर रिहा!!
रायगढ़@खबर सार :- जिले के मुख्यालय रायगढ़ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जो प्रेम के नाम पर विश्वासघात और शोषण की क्रूर सच्चाई को उजागर करता है। एक युवक ने अपनी सहकर्मी युवती को विवाह का सपना दिखाकर न केवल उसका शारीरिक और आर्थिक शोषण किया, बल्कि पांच-छह साल तक उसे अपने प्रेमजाल में फंसाए रखा। पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया, लेकिन उसे न्यायालय से जमानत मिल गई। यह घटना समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों और भावनात्मक ठगी के खतरों को रेखांकित करती है।
प्रेम के नाम पर छल: पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रायगढ़ के जिंदल रोड स्थित एक कार शोरूम में कार्यरत दिनेश इजारदार (उम्र 32 वर्ष, निवासी दीनदयाल कॉलोनी, ढिमरापुर, रायगढ़) ने अपनी सहकर्मी युवती को अपने झूठे प्रेम और विवाह के वादों में फंसाया। पीड़िता ने बताया कि दिनेश ने उसे शादी का भरोसा दिलाकर वर्षों तक उसका शारीरिक और आर्थिक शोषण किया। इस दौरान, उसने युवती की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए उसे आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया। जब पीड़िता ने विवाह के लिए दबाव बनाया, तो दिनेश ने न केवल शादी से साफ इंकार कर दिया, बल्कि उसे जान से मारने की धमकी देकर डराने की कोशिश की।
महिला थाने में शिकायत, मामला दर्ज: पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए रायगढ़ के महिला थाने में इस विश्वासघात की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 69, 316 (2) और 351(2) के तहत मामला दर्ज किया। जांच के बाद आरोपी दिनेश इजारदार को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे न्यायालय में पेश किया गया। हालांकि, न्यायालय ने आरोपी को जमानत दे दी, जिसके बाद वह रिहा हो गया। इस मामले ने स्थानीय समुदाय में व्यापक चर्चा छेड़ दी है, और लोग इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या जमानत का यह फैसला पीड़िता को न्याय दिलाने में बाधा बनेगा।
सामाजिक चिंता और सवाल: यह घटना केवल एक व्यक्तिगत मामला नहीं, बल्कि समाज में गहराई तक पैठ बना चुके विश्वासघात और शोषण की प्रवृत्ति को दर्शाती है। प्रेम और विवाह जैसे पवित्र रिश्तों का दुरुपयोग कर महिलाओं को ठगने की ऐसी घटनाएं न केवल पीड़ित के जीवन को तबाह करती हैं, बल्कि सामाजिक मूल्यों पर भी गहरी चोट पहुंचाती हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह के मामलों में कठोर कार्रवाई की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
पुलिस की भूमिका और आगे की जांच: रायगढ़ पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़िता के बयान और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर मामले की गहन पड़ताल की जा रही है। यह भी जांच का विषय है कि क्या आरोपी ने अन्य किसी महिला को भी इस तरह के झांसे में फंसाया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी के पास इस मामले से संबंधित कोई जानकारी हो, तो वह थाने में संपर्क करे।
महिलाओं के लिए सबक और जागरूकता: यह मामला महिलाओं के लिए एक चेतावनी भी है कि प्रेम और विवाह के वादों पर आंख मूंदकर भरोसा करने से पहले सावधानी बरतना जरूरी है। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज में जागरूकता फैलाने और महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति शिक्षित करने की जरूरत है। साथ ही, प्रशासन को भी इस तरह के मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि पीड़ितों को समय पर न्याय मिल सके।
रायगढ़ में इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारा समाज और कानूनी तंत्र महिलाओं को वह सुरक्षा और सम्मान दे पा रहा है, जिसका वे हकदार हैं? इस मामले का अंतिम परिणाम क्या होगा, यह तो समय बताएगा, लेकिन यह निश्चित रूप से समाज के लिए एक गंभीर चिंतन का विषय है।





