अलखडीहा जंगल में साल पेड़ काटने वाले आठ लोंगो पर वन विभाग ने की वैधानिक कार्रवाई
राजपुर । बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत अलखडीहा जंगल मे साल पेड़ काटने वाले आठ लोंगो पर वन विभाग ने वैधानिक कार्रवाई की।
वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू ने बताया कि 20 जुलाई की दरम्यानी रात्रि उत्तर अलखडीहा जंगल
कक्ष क्रमांक पी. 2823 में वन भूमि अधिकार पट्टा पाने व वन भूमि से कब्जा हटाने को लेकर 24 नग साल के पेड़ को काट दिए थे। सूचना उपरांत मौके पर वन मंडलाधिकारी अशोक तिवारी, उप वन मंडलाधिकारी आरएलएस श्रीवास्तव, वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू वन विभाग के कर्मचारियों के साथ पहुंचकर काटे हुए पेड़ के लकड़ी को जब्त कर वन विभाग परिक्षेत्र लाया। ज़ब्त लकड़ी की अनुमानित लागत 50 हज़ार रुपए आंकी गई है। उसी समय से वन विभाग वन तस्करों की तलाश में जुटी हुई थी। परिक्षेत्र सहायक राजपुर व परिसर रक्षक उत्तर अलखडीहा के द्वारा जिगड़ी निवासी प्रदीप महंत, शिवकुमार, विफ़न, अभिषेक पांडेय व लड़कुड़ निवासी दुलेर, जुगेंद्र यादव, रामऔतार व राजेश को वन विभाग कार्यालय लाकर कड़ाई से पूछताछ करने पर सभी ने वन भूमि पर पट्टा पाने व वन भूमि से कब्जा हटाने पर जंगल काटना स्वीकार किया। वन विभाग ने आरोपियों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई पूर्ण की अन्य आरोपियों की तलाश में वन विभाग जुटी हुई है।
“वन विभाग की लगातार कार्रवाई से वन माफियाओं में मचा हड़कंप”
बलरामपुर जिले में वन मंडलाधिकारी अशोक तिवारी के पदस्थ होते ही वन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के भेस्की में 10 एकड़, भेड़ाघाट में 5 एकड़, घटगांव में 12 एकड़। वन परिक्षेत्र धमनी के झारा से एक ट्रैक्टर ज़ब्त, रामानुजगंज के आरागाही में 20 हेक्टेयर व एक ट्रैक्टर ज़ब्त, धमनी के तालकेश्वरपुर में एक ट्रैक्टर जब्त कर कार्रवाई की। वन विभाग ने वन भूमि से कब्जा हटवाकर फलदार व मिश्रित पौधरोपण कराया। वन विभाग ने अवैध कटाई, अवैध परिवहन, अवैध कब्जा की भनक लगते ही तत्काल प्रकरण दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई कर रही है। वन विभाग की कार्रवाई से वन माफियाओं पर हड़कंप मचा हुआ है।
“बलरामपुर जिले के 9 रेंज पर लगेंगे 19 लाख पौधा”
बलरामपुर जिले के बलरामपुर, रामानुजगंज, रघुनाथनगर, वाड्रफनगर, धमनी, चांदो, राजपुर, शंकरगढ़ व कुसमी में 19 लाख 41 हज़ार 810 फलदार व मिश्रित पौधरोपण कर जंगल को हरा भरा बनाया जा रहा है। इसके लिए वन विभाग अधिकारी-कर्मचारी सक्रिय से लगे हुए हैं।