सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान “ऑपरेशन विश्वास” के तहत नवीन क़ानून सम्बन्धी प्रशिक्षण कार्यशाला का किया गया आयोजन, कार्यशाला मे राजपत्रित पुलिस अधिकारियो समेत समस्त थाना/चौकी प्रभारी रहे शामिल

पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा नवीन कानूनों के परिपालन एवं क्रियान्वयन हेतु विवेचको कों प्रशिक्षण कार्यशाला से कानूनी पहलुओं कों बारिकी से समझने किया गया निर्देशित।
पुलिस अधिकारियो/कर्मचारियों मे नवीन कानूनों के सम्यक ज्ञान हेतु लगातार प्रशिक्षण कार्यशाला कराई जा रही आयोजित।
विधिक विशेषज्ञ द्वारा नवीन कानूनों के विभिन्न धाराओं से विवेचको कों अवगत कराकर भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम के सम्बन्ध मे दी गई विस्तृत जानकारी।
सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान “ऑपरेशन विश्वास” के तहत नवीन कानूनों के क्रियान्वयन एवं परिपालन की दिशा मे प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन कर पुलिस अधिकारियो /कर्मचारियों कों लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा हैं, इसी क्रम मे आज दिनांक कि कोंऑर्डिनेशन सेंटर मे नवीन कानूनों के क्रियान्वयन की दिशा मे 01 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला मे राजपत्रित पुलिस अधिकारियो समेत समस्त थाना/चौकी प्रभारी एवं विवेचको कों विधिक विशेषज्ञ द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने प्रशिक्षण कार्यशाला कों सम्बोधित करते हुए कहा कि अगले माह जुलाई -24 से जिले मे नवीन कानून परिपालन मे लाया जाना हैं, नवीन क़ानून कों जिले मे लागू किये जाने की दिशा मे थाना/चौकी प्रभारियों एवं विवेचको कों नवीन क़ानून की सम्बंधित धाराओं का सम्यक ज्ञान होना आवश्यक हैं, इस प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से आप नवीन क़ानून से जुडी हुई आवश्यक जानकारियों से अवगत होंगे, नये क़ानून की बारीकीयों के सम्बन्ध मे विधिक विशेषज्ञ से प्रशिक्षण प्राप्त कर आगामी माह से नवीन क़ानून परिपालन मे लाया जाना सुनिश्चित करें।
प्रशिक्षण कार्यशाला मे विधिक विशेषज्ञ श्री राजेश सिंह (सहायक जिला अभियोजन अधिकारी) अम्बिकापुर द्वारा पुलिस अधिकारियो/कर्मचारियों कों प्रशिक्षण के दौरान भारतीय न्याय सहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम के निहित प्रावधानो एवं धाराओं का विस्तार से उल्लेख किया गया, विधिक विशेषज्ञ द्वारा भारतीय न्याय संहिता के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए बताया गया कि नवेवन क़ानून मे औपनिवेशिक कानूनों में बदलाव सहित नागरिक केन्द्रित एवं कल्याणकारी अवधारणा बनाई गई हैं, क़ानून मे प्राथमिकता का निर्धारण कर महिला सुरक्षा एवं न्याय पर केंद्रित किया गया हैं, आतंकवाद, संगठित अपराध, पीड़ित केन्द्रित कानूनी प्रावधान सहित अनुसंधान में वैज्ञानिक तकनीक, डिजीटल एवं इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के प्रावधान पर विस्तार से चर्चा की गई।
प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमोलक सिंह ढिल्लों, नगर पुलिस अधीक्षक श्री रोहित कुमार शाह, अनुविभागीय अधकारी पुलिस श्री अमित पटेल, प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक श्री शुभम तिवारी, समेत समस्त थाना/चौकी प्रभारी सहित विवेचक कार्यशाला मे उपस्थित रहे।