CG Security Update: अबूझमाड़ के पल्लेवाया में नया FOB स्थापित, नक्सल कोर जोन में सुरक्षा–विकास का ऐतिहासिक कदम

अति नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के भीतरी हिस्से में सुरक्षा और विकास की बड़ी पहल करते हुए जिला दंतेवाड़ा पुलिस और CRPF की 165वीं बटालियन ने ग्राम पल्लेवाया में नया फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (F.O.B.) स्थापित किया है। यह वही क्षेत्र है, जिसे कभी माओवादियों का कोर जोन माना जाता था। यह FOB अबूझमाड़ में शासन की पहुँच और स्थायी शांति की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा।
🔷 पृष्ठभूमि: माओवाद का कोर जोन और चुनौतीपूर्ण भूगोल
अबूझमाड़ का पल्लेवाया क्षेत्र लंबे समय से सुरक्षा बलों के लिए दुर्गम, नक्सल प्रभावी और पहुंचविहीन क्षेत्र रहा है। ऊबड़-खाबड़ भूगोल, घने जंगल और प्रतिकूल मौसम–स्थिति के बावजूद सुरक्षा बलों द्वारा यहां कैंप निर्माण किया गया।
कैंप की स्थापना के दौरान नक्सली स्मारकों को भी ध्वस्त किया गया, जो क्षेत्र में माओवादी प्रभाव के कमजोर होने का संकेत है।

🔷 स्थापना का उद्देश्य – “नियद नेल्लानार” योजना के तहत विकास को गति
छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजना “नियद नेल्लानार” के अंतर्गत इस FOB का मुख्य उद्देश्य है—
- दूरस्थ ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना
- सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और नेटवर्क जैसी सुविधाओं को पहुँचाना
- अबूझमाड़ के आंतरिक गांवों में शासन की उपस्थिति मजबूत करना

🔷 किन गांवों को मिलेगा सीधा लाभ
इस FOB की स्थापना से बीजापुर और नारायणपुर जिलों के कई ऐसे गांव, जो आज तक पहुंच से दूर थे, अब सुरक्षा कवरेज के साथ-साथ बुनियादी सुविधाओं से जुड़ सकेंगे।
स्थानीय ग्रामीणों को—
- सड़क संपर्क
- बिजली
- मोबाइल नेटवर्क
- स्वास्थ्य केंद्र
- पीडीएस दुकानें
- शिक्षा
आदि सुविधाएं अधिक सुगमता से प्राप्त होंगी।
🔷 सुरक्षा बलों का समन्वय – कई इकाइयों की महत्वपूर्ण भूमिका
इस ऑपरेशन में शामिल रहे बल:
- दंतेवाड़ा पुलिस
- बीजापुर पुलिस
- CRPF की 165वीं बटालियन
- कोबरा 201वीं वाहिनी
- यंग प्लाटून 231, 111 और 165 वाहिनी
वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देशन इस मिशन की प्रमुख ताकत रहा:
- सुंदरराज पी., IG बस्तर रेंज
- शालीन, IG, CRPF
- कमलोचन कश्यप, DIG दंतेवाड़ा
- राकेश चौधरी, DIG CRPF
- गौरव राय, SP दंतेवाड़ा
- राकेश यादव, कमांडेंट 165वीं बटालियन
…तथा कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी और जांबाज जवान।
🔷 प्रतिकूल परिस्थितियों में भी रुकी नहीं निर्माण गति
4 दिसंबर 2025 को FOB स्थापना शुरू हुई और लगातार प्रतिकूल परिस्थितियों, भौगोलिक कठिनाइयों और सुरक्षा चुनौतियों के बावजूद जवानों ने दिन–रात मेहनत कर निर्माण कार्य पूर्ण किया।
यह बलों के असाधारण साहस, दृढ़ संकल्प और पेशेवर दक्षता का प्रतीक है।
🔷 नक्सल उन्मूलन की दिशा में बड़ा कदम
पल्लेवाया FOB की स्थापना—
- LWE मुक्त अबूझमाड़ की दिशा में निर्णायक कदम है
- भारत सरकार के मार्च 2026 तक नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन के लक्ष्य को मजबूत करता है
- “विकास ही सुरक्षा” नीति को वास्तविक रूप देता है
🔷 अंतिम निष्कर्ष: शांति, विश्वास और विकास का नया अध्याय
पल्लेवाया FOB सिर्फ एक सुरक्षा कैंप नहीं बल्कि अबूझमाड़ के भविष्य में आया एक ऐतिहासिक मोड़ है।
इससे—
- शासन की पहुंच गहरे जंगलों तक स्थापित होगी
- ग्रामीणों का विश्वास बढ़ेगा
- स्थायी शांति और विकास की राह आसान होगी
यह उपलब्धि सुरक्षा बलों की सामूहिक मेहनत, साहस और जनता के सहयोग से संभव हो पाई है।





