जिला स्तरीय गुरु दिवस एवं मुख्यमंत्री शिक्षा पुरस्कार वितरण समारोह मनाया गया

सुंदरगढ़ : जिला प्रशासन एवं जिला शिक्षा कार्यालय, सुंदरगढ़ द्वारा आज स्थानीय संस्कृति भवन सभागार में जिला स्तरीय गुरु दिवस एवं मुख्यमंत्री शिक्षा पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह जिला कलेक्टर डॉ. शुभंकर महापात्र की अध्यक्षता में आयोजित किया गया और इसमें ओडिशा विधानसभा के माननीय उपाध्यक्ष श्री भवानी भोई मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सुंदरगढ़ नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती मिश्रा विशिष्ट अतिथि थीं।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर सूरज पटनायक, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (राजस्व) अभिमन्यु माझी, जिला परिषद के मुख्य विकास एवं कार्यपालक अधिकारी सुरंजन साहू, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्ष. लिपिका बेहरा, जिला शिक्षा अधिकारी युक्त सारंगधर बरिहा, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी नंदिनी मुंडारी ने भाग लिया और गुरु दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला तथा बच्चों के अच्छे चरित्र निर्माण में शिक्षकों के अद्वितीय योगदान पर अपने भाषण दिए।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. महापात्र ने अपने छात्र जीवन के दौरान शिक्षकों से जुड़े अपने अनुभव साझा किए और प्राचीन काल के शिक्षकों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी कहा कि गुरु का सदैव सम्मान किया जाता है, गुरु या शिक्षक एक छात्र को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और छात्र का अच्छे ढंग से विकास करते हैं। तकनीक या कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) शिक्षा में सहायक हो सकती है, लेकिन यह कभी भी शिक्षक का विकल्प नहीं हो सकती। एक शिक्षक के आदर्श सदैव अनुकरणीय होते हैं।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय उपसभापति श्री भोई ने अपने भाषण में कहा कि अच्छे शिक्षकों के मार्गदर्शन के बिना समाज प्रगति नहीं कर सकता। शिक्षक ही विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सहायक होते हैं। सुंदरगढ़ जिले को शिक्षा के क्षेत्र में आगे ले जाना और जिले को गौरवान्वित करना सभी शिक्षकों की दृढ़ जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका श्रीमती स्वागतिका पांडा ने किया, जबकि जिला विशेष आवश्यकता शिक्षा समन्वयक अमात्य प्रधान ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर आज तीन क्षेत्रीय संसाधन केंद्र समन्वयक (सीआरसीसी), 18 प्राथमिक शिक्षकों और 28 माध्यमिक शिक्षकों को मुख्यमंत्री शिक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सभी खंड शिक्षा अधिकारी, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।






