सायबर सुरक्षा को लेकर जशपुर पुलिस की बड़ी पहल, तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ

#ClickSafe कार्यक्रम का तीसरा चरण प्रारंभ
जशपुर, 23 जून:
सायबर सुरक्षा के क्षेत्र में जागरूकता को लेकर #ClickSafe कार्यक्रम के तीसरे चरण का भव्य शुभारंभ आज कलेक्टोरेट परिसर स्थित मंत्रणा हाल में किया गया। इस अवसर पर एसएसपी श्री शशि मोहन सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में दिल्ली से आई YELAC की मास्टर ट्रेनर सुश्री सुभ्रा झा, मास्टर ट्रेनर श्री दीपांशु, यूनिसेफ के जिला समन्वयक श्री तेजराम सारथी, रक्षित निरीक्षक श्री अमरजीत खूंटे सहित जिले भर से आए 60 से अधिक पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का आयोजन 23 से 25 जून 2025 तक तीन चरणों में किया जा रहा है:
पहला दिवस: पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को गहन सायबर सुरक्षा प्रशिक्षण।
दूसरा दिवस: पुलिस और सायबर वालेंटियर्स (सायबर योद्धा) का संयुक्त प्रशिक्षण।
तीसरा दिवस: फील्ड में जाकर सामुदायिक जागरूकता अभियान की शुरुआत।
सायबर सुरक्षा का गहन प्रशिक्षण
मास्टर ट्रेनर्स द्वारा सायबर फ्रॉड, रैनसमवेयर, पासवर्ड मैनेजमेंट, सोशल मीडिया की सुरक्षित उपयोगिता, मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, फिशिंग और साइबर बुलिंग से बचाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रजेंटेशन व संवाद आधारित प्रशिक्षण दिया गया।
सायबर फ्रॉड की स्थिति में त्वरित कार्रवाई, तकनीकी सहायता व रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को भी विस्तारपूर्वक समझाया गया।
इसके अलावा सांस्कृतिक, तकनीकी एवं भावनात्मक रुकावटों के कारण रिपोर्टिंग में आने वाली चुनौतियों को लेकर भी विचार साझा किए गए।
बच्चों की सुरक्षा और डिजिटल कौशल का विकास प्रमुख लक्ष्य
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज, विशेषकर बच्चों को डिजिटल युग में सुरक्षित रखने हेतु जरूरी कौशल व जागरूकता प्रदान करना है। #ClickSafe डिजिटल सुरक्षा के प्रति चेतना फैलाने और ऑनलाइन खतरों से निपटने के उपाय सिखाने की दिशा में एक सशक्त पहल है।
एसएसपी श्री शशि मोहन सिंह का वक्तव्य
“#ClickSafe कार्यक्रम न केवल वर्तमान सायबर खतरों से निपटने के लिए बल्कि भविष्य में संभावित साइबर अपराधों की रोकथाम हेतु भी अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। यह प्रशिक्षण समाज के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच तैयार करेगा।”
कार्यक्रम की पृष्ठभूमि
ज्ञात हो कि #ClickSafe कार्यक्रम का प्रथम चरण 3-5 दिसंबर 2024 एवं द्वितीय चरण 14-16 अप्रैल 2025 को आयोजित किया जा चुका है। इन चरणों में प्रशिक्षित सैंकड़ों सायबर वालेंटियर्स अब तक गांव-गांव जाकर आम लोगों को प्रशिक्षित और जागरूक कर चुके हैं। अब तीसरे चरण में यह मुहिम और अधिक विस्तार पाएगी।