
पूंजी पलायन रोकने और रोजगार सृजन पर दिया जोर
आजमगढ़, 1 फरवरी 2025 – ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (AIPF) के संस्थापक अखिलेंद्र प्रताप सिंह ने रोजगार अधिकार अभियान के तहत आजमगढ़ में जनसंवाद किया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार कॉर्पोरेट घरानों पर वेल्थ टैक्स लगाए और काले धन पर नियंत्रण करे, तो देश के आर्थिक संसाधनों का सही इस्तेमाल संभव है। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा सकता है।
50 लाख करोड़ का बजट जुटाने की संभावना
अखिलेंद्र प्रताप ने कहा कि देश में कॉर्पोरेट टैक्स और काले धन पर नियंत्रण से करीब 50 लाख करोड़ रुपये सरकारी खजाने में आ सकते हैं। यह आंकड़ा मार्क्सवादी अर्थशास्त्री प्रो. प्रभात पटनायक और गांधीवादी अर्थशास्त्री प्रो. अरुण कुमार की गणना पर आधारित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार यदि अपनी आर्थिक नीतियों में बदलाव करे, तो देश में हर व्यक्ति को रोजगार मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश में पूंजी पलायन रोकने की मांग
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्याप्त आर्थिक संसाधन मौजूद हैं, लेकिन नीतिगत खामियों के कारण पूंजी का अन्य राज्यों में पलायन हो रहा है। प्रदेश में बैंकों में जमा नागरिकों का पैसा यहां खर्च होने की बजाय अन्य राज्यों में चला जाता है, जिससे रोजगार के अवसर कम हो जाते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर यह पैसा प्रदेश में कौशल विकास, आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों पर खर्च किया जाए और हर युवा को 10 लाख रुपये का अनुदान मिले, तो व्यापक स्तर पर रोजगार सृजन संभव है।
राजनीतिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न पर उठाए सवाल
अखिलेंद्र प्रताप ने बिना मुकदमा चलाए सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को जेल में रखने की सरकार की नीति पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार और सामाजिक सुरक्षा संविधान प्रदत्त अधिकार हैं, जिन्हें कोई सरकार या न्यायालय नहीं छीन सकता। लेकिन मौजूदा सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
नई आर्थिक नीति के लिए राष्ट्रीय संवाद की जरूरत
उन्होंने कहा कि देश में राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियां तेजी से बदल रही हैं, इसलिए पुरानी आर्थिक और संगठनात्मक नीतियों के आधार पर वित्तीय पूंजीवाद के हमले का मुकाबला नहीं किया जा सकता। जरूरत इस बात की है कि राष्ट्रीय स्तर पर नई आर्थिक नीति को लेकर संवाद शुरू किया जाए, जिसमें रोजगार और सामाजिक अधिकार को केंद्र में रखा जाए।
“भाजपा और आरएसएस की विचारधारा भारत के खिलाफ”
उन्होंने भाजपा और आरएसएस की नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन संगठनों की विचारधारा भारत की बहुलतावादी परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जनता के मजबूत प्रतिरोध से इनकी तानाशाही नीतियां पराजित होंगी।
आजमगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को सराहा
अखिलेंद्र प्रताप सिंह ने शिब्ली मंज़िल लाइब्रेरी का दौरा कर पूर्वांचल की सांस्कृतिक विरासत को सराहा। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ और मऊ का सामाजिक और सांस्कृतिक इतिहास अत्यंत समृद्ध है, जिसे समझने और सहेजने की जरूरत है। उन्होंने अगली बार आने पर शिब्ली मंज़िल लाइब्रेरी में ही रुकने का निर्णय लिया।
इस संवाद में वरिष्ठ समाजवादी नेता राम कुमार यादव, संस्कृतिकर्मी हेमंत, एआईपीएफ प्रदेश महासचिव दिनकर कपूर, राजनीतिक कार्यकर्ता नसीम और एडवोकेट जावेद सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।