2 फरवरी को जगह जगह विराजेंगी विद्या की देवी माता सरस्वती

सरस्वती पूजा को लेकर लोगों में उत्साह
मुर्तिकार दे रहें विद्यादायिनी माता सरस्वती की प्रतिमाओं को अंतिम रुप
चक्रधरपर । विद्या की देवी माता सरस्वती पूजा को लेकर जगह जगह तैयारी की जा रही है। आगामी दो फरवरी को शहर के विभिन्न स्थानों के पूजा पंडालों में माता सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजन किया जाएगा। ऐसे सरस्वती पूजा को लेकर शास्त्रीय ज्ञाताओं का विचार पृथक पृथक है। कुछ अंग्रेजी केलेंडरों में 3 फरवरी की तिथि को सरस्वती पूजा दर्शाया गया।

शहर के कई शैक्षणिक संस्थानों में सरस्वती पूजा 3 फरवरी को आयोजन किया जा रहा है। सरस्वती पूजा के लिए प्रतिमाओं को बिकना शुरु हो गया है। शहर के विभिन्न इलाकों में माता सरस्वती की प्रतिमाएं बिक रही है। शहर के पांचमोड़ में फूल बेचने वाली पश्चिम बंगाल की महिला के द्वारा पश्चिम बंगाल में निर्मित कुछ प्रतिमाएं बेची जा रही है जो लोगों को काफी लूभा रहा है।

उक्त महिला गुरुवार को आधा दर्जन प्रतिमा लेकर बेच रही थी। वहीं टोकलो रोड के मूर्तिकार राजू कुम्हार का परिवार सरस्वती प्रतिमाओं को अंतिम रु प दे रहा है। राजू इस साल अपने परिवार के साथ लगभग 5 दर्जन माता सरस्वती के विभिन्न आकृतियों की प्रतिमाएं बनाया है जिसका रंगरोगन और सजावट को अंतिम रुप दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि उनके पास अधिकतम 3 हजार रुपए कीमत की प्रतिमा है। उनके आवास में छोटी छोटी प्रतिमाओं को भी अंतिम रुप दिया जा रहा। प्रतिमा निर्माण में उनकी पत्नी शिला देवी और बेटा अजय कुम्हार भी सहयोग कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पहले की तरह अब लोग पूजा के लिए उत्साहित नहीं दिखाई दे रहे हैं। अब पूजा के एक दिन पहले या पूजा के दिन ही प्रतिमाओं को पंडालों में ले जाया जाता है। उनके द्वारा बनाए गए प्रतिमाएं शुक्रवार से ग्राहकों को दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस साल मिट्टी की कीमत बढ़ जाने के कारण प्रतिमाएं की संख्या को संकुचित कर दिया है।





