छत्तीसगढ़

लौड़िया से दिल्ली पब्लिक स्कूल तक सड़क निर्माण अधर में

Advertisement

छात्रों और स्कूली बसों को आना-जाना में हो रही भारी परेशानी

चक्रधरपुर । चक्रधरपुर शहर के पदमपुर पंचायत अंतर्गत सोनुआ रोड से दिल्ली पब्लिक स्कूल तक सड़क निर्माण का कार्य अब तक अधर में लटका हुआ है। इसके कारण स्कूल आने-जाने वाले विद्यार्थियों के साथ-साथ आस-पास के ग्रामीणों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी विकट हो जाती है, जब कीचड़ और पानी से भरी सड़क पर स्कूली बच्चों व बसों को गुजरना कठिन हो जाता है।

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पब्लिक स्कूल को चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र से सोनुआ रोड पर स्थानांतरित किए जाने के बाद वहां पक्की सड़क की आवश्यकता महसूस हुई। स्कूल प्रबंधन द्वारा अस्थायी रूप से कच्ची सड़क का निर्माण कराया गया, ताकि बच्चों को आने-जाने में सुविधा हो सके। किंतु लगभग एक हजार फीट लंबी और 17 फीट चौड़ी इस कच्ची सड़क पर बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। नतीजतन, रोजाना करीब 450 छात्र-छात्राओं को स्कूल पहुँचने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

केवल छात्र ही नहीं, बल्कि सड़क किनारे बसे स्थानीय लोगों को भी आने-जाने में मशक्कत करनी पड़ती है। वहीं, सड़क कच्ची होने के कारण स्कूली बसों के संचालन में भी भारी दिक्कत आती है।

सांसद से अनुमति के बाद भी रुका काम

इस समस्या के समाधान के लिए स्कूल प्रबंधन ने अनुमंडल स्तर से लेकर पश्चिमी सिंहभूम की सांसद श्रीमती जोबा माझी तक से गुहार लगाई। सांसद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त को लोक कल्याणकारी योजनाओं के तहत किसी भी मद से राशि स्वीकृत कर कार्य आरंभ करने की अनुमति दी।
प्रस्तावित योजना के तहत —

  • पदमपुर पंचायत के लौड़िया रिफ्यूजी कॉलोनी से सिरकासाई होते हुए सोनुआ मुख्य मार्ग तक पक्की सड़क,
  • तथा लौड़िया ग्राम के सोनुआ मुख्य पथ से दिल्ली पब्लिक स्कूल तक पक्की सड़क निर्माण शामिल है।

इसके बावजूद आज तक सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। इससे स्थानीय लोग और स्कूल प्रबंधन निराश हैं।

स्थानीय लोगों की मांग

ग्रामीणों व अभिभावकों ने प्रशासन से शीघ्र सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ करने की मांग की है। उनका कहना है कि बरसात के मौसम में बच्चों की शिक्षा और उनकी सुरक्षा पर सीधा असर पड़ रहा है। यदि जल्द ही पक्की सड़क नहीं बनी तो बच्चों की पढ़ाई और आम जनजीवन पर गंभीर असर पड़ सकता है।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button