छत्तीसगढ

भीषण गर्मियों में पेयजल की विकराल समस्या से जूझ रहे ग्रामीण

खेत पर बने ढोढ़ी का पानी पीने मजबूर ग्रामीण

खराब पड़े बोर बोरिंग को नही बनवाते सरपंच सचिव

लैलूँगा रायगढ़ जिले के लैलूँगा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत सिहारधार के गमहार गांव के लोग पानी के लिए तरस रहे है वहां की दुर्दशा पर पूरा गांव आंशु बहा रहा है।हमारी टीम को कुछ ग्रामीण मिले जिन से पूछा गया परंतु जानकारी नहीं होने से सही संतोष जनक जवाब नही दे पाया इतना जानकारी है कि दो माह पहले ही इसे बनाया गया है।

जब उनसे गांव में अन्य समस्या के बारे मे पूछा गया तो पानी की समस्या बेहद है बताया गया जिसके बाद मोहल्ले से काफी लोग निकल कर आये और समस्याओं का पिटारा खोलने लगे ग्रामीणों का कहना था की इस गांव में दो बोरिंग थे जिससे हमारा पियास बुझता था परंतु सालों से एक बोरिंग खराब पड़ा है जिसे बनवाने वाला कोई नही है वही एक और बोरिंग था उसमें बोर कर दिया गया है जिसमे मात्र 5 मिनट ही पानी निकलता है जिससे मोहल्ले वाले को बहुत ज्यादा परेशानी होती है पूर्वजो द्वारा खेत मे बनाये गए ढोढ़ी से पानी लाकर पियास बुझाया जा रहा है

सरपंच सचिव द्वारा किसी प्रकार का कोई ध्यान नही दिया जाता है बोल बोल कर थक चुके है। इतना ही नही यहां सड़क की समस्या भी है नाली तो पाट पाट बना दिया गया था पर किस काम का वही अभी जल जीवन मिशन के तहत गड्डा खोद कर पाइप लाइन का विस्तार किया गया है जिससे नाली ढंक चुकी है और सभी घरों के सामने नल के लिए प्लेटफार्म बनाकर छोड़ दिया गया है। पानी की समस्या को लेकर ग्रामीण बेहद परेशान है जिसमे एक बोरिंग काफी दूर में है एक मे भीड़ बहुत होती है वहीं ग्रामीणों का कहना है कि बस्ती में एक बोरिंग/हैण्डपम्प है,जो चालू है लेकिन उसमें भी प्रयाप्त पानी नहीं निकलता है।जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना पड़ता है।

ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी मूलभूत आवश्यकताओं को जनप्रतिनिधियों द्वारा पूरा नही किया जा सका है। जिसके कारण आज ग्रामीण ढोढ़ी का पानी पीने मजबूर है । परंतु इस विकराल समस्या को लेकर जनप्रतिनिधि कभी इस ओर ध्यान नही दे रहे हैं। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगताना पड़ रहा है। अब जैसे – जैसे गर्मी बढ़ते जा रही है, वैसे – वैसे पानी की समस्या और गहराते जा रही है।

ऐसे स्थिति में ग्राम पंचायत सिहारधार के पूरे गाँव की नलजल योजना की पोल खुलना स्वाभाविक है। हैण्डपम्प को पंचायत के द्वारा बनाने की कोई पहल नहीं किया जा रहा है। वहीं गाँव के सरपंच के द्वारा गाँव के ग्रामीणों के लिए बोरिंग/हैण्डपम्प से पानी की व्यवस्था नहीं कर पाना सबसे अपने आप में घोर लापरवाही को उजागर करता है।लेकिन जब गर्मी अपने चरम पर रहेगी और ग्रामीणों को पानी समय पर नही मिलेगा तो प्रायस का कोई औचित्य नहीं है।

ग्रामीणों के लिये शासन के द्वारा चलाये जा रहे जल जीवन मिशन से भी इस गर्मी में पानी नही मिल पाएगा कियुकि पाइप लाइन विस्तार तो कर दिया गया लेकिन पानी कहा से मिलेगा यह व्यवस्था नही की गई जब पानी टंकी का निर्माण कार्य किया जाता रहेगा तब तक पाइप लाइन प्लेट फार्म सब उखड़ कर बर्बाद हो जाएगा ग्रामीणों के समस्या को ध्यान में।रखते हुए बोर, बोरिंग के माध्यम से ही पानी की आपूर्ति की जानी चाहिए।

अगर समय रहते पानी की समस्या पर कोई ठोस पहल नहीं किया गया तो बढ़ते गर्मियों को देखते हुए ग्रामीणों के लिए पानी की समस्या विकराल रूप ले लेगी सबसे बड़ी मुद्दे की बात है कि जब सरपंच सचिव द्वारा पेजयल व्यवस्था के लिए हर साल लाखो खर्च दिखाती  है बिडम्बना यह है की आज भी ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है

ग्राम पंचायत के सरपंच पानी की समस्या पर गर्मी आने से पहले ही पहल किया जाता तो शायद ग्रामीण आज ढोढ़ी का पानी पीने मजबूर नहीं होते अक्सर पानी की समस्या को लेकर ग्रामीण परेशान रहते है ग्राम पंचायत स्तर पर हर साल बोर खनन किया जाता है फिर भी परेशानी जस के तस बनी रहती है आखिर कब तक जेब गरम करने सरपंच सम्बंधित अधिकारी ठेकेदारों द्वारा फर्जी बोर खनन जैसे कार्य किया जाता रहेगा।


क्या कहते है सीईओ

ऐसा है तो वहा पता करवा कर जांच करावते है आवास के मामले में सरपंच का पेशी भी चल रहा है ।

अमीर साय ग्रामीण

पानी का बहुत समस्या है दो बोरिंग में एक बोरिंग खराब है एक में बोर लगा दिए है उसमे भी पानी नही निकलता बहुत परेशानी हो रही ढोढ़ी का पानी पी रहे है गर्मी में और परेशानी है।

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