जिला यातायात प्रभारी भूपेंद्र कुर्रे के सरकारी वाहन की टक्कर से बाइक सवार व्यक्ति बुरी तरह घायल

कमर की हड्डी टूटने से घायल को किया गया सिम्स बिलासपुर रेफर
घायल को अस्पताल में चार हजार थमा कर चलते बने यातायात प्रभारी
सरकारी पायलटिंग वाहन को खुद चला रहे थे यातायात प्रभारी भूपेंद्र कुर्रे
गौरेला पेंड्रा मरवाही । वैसे तो यातायात प्रभारी का काम जिले की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए आम जनों की सड़क में रक्षा करना है परंतु जब जिले के यातायात प्रभारी ही नियम कानून का उल्लंघन करने लगे तब यातायात व्यवस्था एवं नागरिक सुरक्षा की स्थिति क्या होगी या सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है।

दरअसल गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के यातयात प्रभारी भूपेंद्र कुर्रे द्वारा सरकारी पायलटिंग वाहन से बाइक सवार ग्रामीण व्यक्ति को बुरी तरह ठोकर मार कर घायल किए जाने का आरोप लगा है। सरकारी पुलिस पायलटिंग वहां से ग्रामीण व्यक्ति के कमर की हड्डी टूट गई है जिसके कारण उसे साइंस बिलासपुर रेफर किया गया है।
दुर्घटना के समय यातायात प्रभारी भूपेंद्र कुर्रे खुद वाहन चला रहे थे तथा घटना के बाद स्थानीय अस्पताल में स्वयं भूपेंद्र कुर्रे पीड़ित को 4000 रुपए देकर चलते बने। इस मामले में अभी थाने में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पुलिस पायलटिंग सरकारी वाहन से एक स्थानीय व्यक्ति की बाइक दुर्घटना करने का मामला सामने आया है। घटना 17 मई को दोपहर और शाम के बीच की है।दुर्घटना में घायल व्यक्ति के कमर की हड्डी टूट गयी है, जबकि मामले अब तक एफ आई आर तक दर्ज नही हुई है।
हादसे में घायल व्यक्ति को जिला अस्पताल छोड़कर यातयात प्रभारी चलते बने, जबकि घायल को गंभीर स्थिति को देखते हुए इलाज के लिए बिलासपुर भेजने की बात कही गई है। लगभग दोपहर बाद 3:00 बजे अस्पताल ले गए संतोष विश्वकर्मा को रात 12:00 बजे संजीवनी एक्सप्रेस से किया गया बिलासपुर के लिए रेफर किया गया…
गौरेला थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरिया के रहने वाले संतोष विश्वकर्मा से जुड़ा हुआ है 17 मई दोपहर वे अपनी बाइक से अपने घर से निकलकर पेंड्रा की ओर जा रहे थे तभी घर से निकलने के बाद कुछ ही दूरी पर विपरीत दिशा से काफी तेजी से आ रहे सरकारी पुलिस वाहन को देख उन्होंने अपनी बाइक सड़क से नीचे उतारते हुए खेत की ओर कर ली ताकि तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से खुद को बचा सके पर अनियंत्रित वाहन ने संतोष विश्वकर्मा को सड़क की दूसरी तरफ टक्कर मार दी,
तेज रफ्तार शासकीय बोलेरो वाहन की टक्कर से संतोष विश्वकर्मा छिटककर दूर जा गिरे एवं दर्द से कराहने लगे, कुछ देर बाद जब सरकारी वाहन से वाहन चालक बाहर आए तो पता चला कि वे गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के रक्षित निरीक्षक एवं यातयात प्रभारी भूपेंद्र कुर्रे खुद तेज़ गति से वाहन चला रहे हैं,
रक्षित निरीक्षक श्री कुर्रे ने घायल व्यक्ति को जिला अस्पताल पहुंचाया और वहां छोड़कर उन्हें ₹4000 दिए और चलते बने, डॉक्टरी परीक्षण एवं एक्स रे से पता चला कि संतोष विश्वकर्मा के फीमर बोन में गंभीर फ्रैक्चर है जिनका इलाज यहां नहीं हो सकता एवं इन्हें बेहतर इलाज के लिए बिलासपुर भेजना पड़ेगा, गरीब होने की वजह से संतोष विश्वकर्मा निजी वाहन की व्यवस्था नहीं कर सके,
एवं अस्पताल में दोपहर 3:00 से रात 10:00 बजे तक उन्हें कहीं नहीं भेजा गया वे जिला अस्पताल में ही अपनी पत्नी के साथ बिलासपुर रेफर की बाट जोहते रहे,
संतोष विश्वकर्मा रोजी दिहाड़ी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं ऐसे में उन पर यह बड़ी विपदा आन पड़ी , वहीं मामले में रसूखदार यातयात निरीक्षक श्री कुर्रे ने अब तक मामले में गौरेला थाने में किसी प्रकार की कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई है
जानकारी के मुताबिक देर रात मीडिया के सक्रिय होने के बाद संतोष विश्वकर्मा को रात 12 बजे के बाद संजीवनी एक्सप्रेस से बिलासपुर रेफर कर दिया गया है पर रास्ते में लगे जाम की वजह से वह बिलासपुर पहुंचे हैं या नहीं इसकी जानकारी नहीं है।





