सड़क के बाद अब नाली निर्माण की गुणवत्ता पर उठ रहे हैं सवाल!
नाली निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग, मानक के अनुरूप नहीं हो रहा कार्य, जांच की मांग ठेकेदार को विभाग की खुली छूट
सूरजपुर ।लोक निर्माण विभाग के नाक के नीचे पहले सड़क निर्माण में बगैर किसी रोक-टोक के जमकर भ्रष्टाचार किया गया और अब इसी सड़क के किनारे बन रहे नाली निर्माण में घटिया सामग्री के साथ मानकों का ध्यान रखें बिना मनमानी ढंग से निर्माण किया जा रहा है।ठेकेदार को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की खुली छूट मिली हुई है जिससे ऐसे घटिया निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है और शासन के पैसों का दुरुपयोग कर विभागीय अधिकारी व ठेकेदार जेब भरने में मस्त हैं।
सूरजपुर एन एच 78 से छठ घाट होते हुए रामनगर तक सड़क का निर्माण पिछले दिनों किया गया इसी सड़क के किनारे अब नाली का निर्माण किया जा रहा है यह सड़क लोक निर्माण विभाग संभाग के दफ्तर आने जाने का भी मार्ग है बताते हैं कि नाली निर्माण में जो सामाग्री का उपयोग हो रहा है बेहद घटिया और मानक के विपरीत हो रहा है,बेहद घटिया किस्म के गिट्टी का भी उपयोग किया गया है
जिसकी जांच में सत्यता सामने आ सकती है साथ ही मुरुम के स्थान पर डस्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है और जो सरिया इस्तेमाल किया जा रहा वह एक-एक फुट पर लगा हुआ है,वह भी मानक के अनुरूप नहीं है। विभाग के अधिकारी भी इसी मार्ग से आना-जाना कर रहे हैं मगर इस घटिया निर्माण कार्य में सभी आंखें बंद किए हुए हैं। ठेकेदार को मिली छूट से शासन के पैसों का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है।
बताया जाता है कि नाली निर्माण से पहले सड़क निर्माण में घटिया किस्म के सामग्री का उपयोग किया गया था जिसका जमकर विरोध हुआ मगर अधिकारियों ने इसकी जांच नहीं की जिससे इस सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं और अब नाली निर्माण में किये जा रहे व्यापक भ्रष्टाचार से इसकी उपयोगिता पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं
नागरिकों ने सड़क निर्माण सहित नाली निर्माण की जांच करने की मांग करते हुए कुछ जनप्रतिनिधियों ने इसकी शिकायत उच्च स्तर पर भी की है बताया जाता है कि इस सड़क का निर्माण जो ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है वह सत्ता पक्ष के नेताओं की जी हजूरी करने में माहिर है और खुद को बड़ा नेता बताकर विभाग में भी धौंस जमाया रहता है जिससे विभागीय अधिकारी भी इसकी कामों की जांच करने में कतराते हैं जिससे ठेकेदार मनमानी पर उतारू है।
ठेकेदार ने इस काम को पेटी पर दे रखा है जिससे अनुभवहीन लोगों द्वारा ही यह पूरा निर्माण कार्य कराया गया है जिससे इसके गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं बहरहाल विभाग के एसडीओ व इंजीनियर से इस संबंध में जानकारी लेने का प्रयास किया गया मगर मोबाइल रिसीव नहीं करने से उनका पक्ष ज्ञात नहीं हो सका ।