राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर में “यूथ डायलॉग सीरीज़” के अंतर्गत प्रेरणादायक सत्र का आयोजन
भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट ऋषभ गुप्ता ने विद्यार्थियों से करियर, अनुशासन और आत्मविकास पर की बातचीत

अंबिकापुर, 12 नवम्बर 2025:
राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर में “यूथ डायलॉग सीरीज़” के अंतर्गत एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के सोशल इनोवेशन एंड कम्युनिटी एंगेजमेंट सेल और मुहिम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट ऋषभ गुप्ता मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए अपने जीवन के अनुशासन, समर्पण और संघर्ष के अनुभव साझा किए तथा युवाओं को अपने लक्ष्यों पर केंद्रित रहने और सकारात्मक सोच बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने विद्यार्थियों को करियर योजना, परीक्षा की तैयारी और व्यक्तित्व विकास से संबंधित व्यावहारिक सुझाव दिए। साथ ही उन्होंने युवाओं से कहा कि वे इंटरनेट और एआई (Artificial Intelligence) टूल्स का रचनात्मक उपयोग करें, नए अवसरों की खोज करें और एक-दूसरे से सीखने की संस्कृति विकसित करें। उन्होंने विद्यार्थियों को अच्छे साथियों का चयन करने, टीमवर्क को बढ़ावा देने और सीखने की मानसिकता बनाए रखने की भी सलाह दी।

लेफ्टिनेंट ऋषभ गुप्ता सरगुजा जिले के बतोली ब्लॉक के मूल निवासी हैं एवं वर्तमान में भारतीय नौसेना में मुंबई में पदस्थ हैं। वे सैनिक स्कूल अंबिकापुर के पूर्व छात्र हैं। उनकी उपस्थिति से विद्यार्थियों को अपने ही क्षेत्र से एक युवा अधिकारी से संवाद और प्रेरणा लेने का एक विशेष अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम में प्रो. अनिल सिन्हा, आईक्यूएसी समन्वयक; डॉ. दीपक सिंह, परीक्षा नियंत्रक एवं सोशल इनोवेशन एंड कम्युनिटी एंगेजमेंट सेल के संयोजक; ले. पंकज कुमार अहिरवार, एनसीसी समन्वयक तथा ऋषिकेश ठाकुर, मुहिम फाउंडेशन के संस्थापक एवं कार्यकारी निदेशक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन एक जीवंत प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने ले. गुप्ता से उत्साहपूर्वक बातचीत की और अपने विचार एवं आकांक्षाएँ साझा कीं। छात्रों में उनके व्यक्तित्व विकास और रचनात्मक गतिविधियों के अंतर्गत यह कार्यक्रम महाविद्यालय में आयोजित किया गया जिसमें महाविद्यालय के एनसीसी, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं अन्य छात्रों की महत्वपूर्ण सहभागिता रही।





