बस्तर बदलकर जीतेंगे जनता का दिल
– आदिवासी इलाकों के विकास पर सरकार का फोकस –
– साय सरकार का कमिटमेंट, खत्म करेंगे नक्सलवाद –
– जवानों के बीच रात, कई तरह की बात –
– जवानों की पीठ थपथपाई, सुख-दुःख की बात की –
बस्तर अगर बदल गया तो पूरे राज्य में विकास का घोड़ा सरपट दौड़ेगा। इस एहसास के साथ सरकार ने अब पूरा फोकस आदिवासी इलाकों के विकास पर रखा हुआ है। पहले विकास प्राधिकरण की बैठक बस्तर में करना और फिर राज्य के मुखिया का जवानों के बीच जाकर उनकी हौसलाअफजाई कर उनके कामों की तारीफ करना यह दर्शा रहा है कि बस्तर में बदलाव की बयार बहने वाली है।
उत्साहवर्धन कर समस्या पूछने वाला अगर मुखिया हो तो फर्क पड़ता है। इससे न केवल जवानों से किये गए कमीटमेंट से सिस्टम और शासन के प्रति उनका भरोसा बढ़ता है। उन्हें यह संबल मिलता है कि वे मोर्चे पर अकेले नहीं हैं, उनकी पीठ थपथपाने वाला पीछे कोई खड़ा है। यह भावनाएं सेड़वा के सीआरपीएफ जवानों ने व्यक्त की और कहा कि अब आरपार की लड़ाई का रिजल्ट जल्दी सामने आएगा। दरअसल
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सेड़वा स्थित सीआरपीएफ कैंप में पहुंचे थे और जवानों के साथ बातचीत कर उनकी समस्या जानी। सीएम ने कमियों के बारे में भी पूछा। वन-टू-वन बातचीत के दौरान जवानों ने न केवल मैदानी स्तर पर आने वाली छोटी-मोटी समस्याओं का जिक्र किया, बल्कि मुख्यमंत्री को यह भरोसा भी दिलाया कि 2026 से पहले ही वे आरपार की चल रही लड़ाई का रिजल्ट सामने लाएंगे।
सरकार बनने के बाद और प्राधिकरण के पुनर्गठन के बाद पहली बैठक चित्रकोट में हुई. बैठक में सार्थक चर्चा हुई है। हमारी बड़ी इच्छा थी कि हमारे जवान बड़ी मुस्तैदी से नक्सलवाद के खिलाफ में लड़ाई लड़ रहे हैं और 10-11 महीने में जो सफलता हासिल किए हैं, उसकी पूरी देश में तारीफ भी हो रही है। हमारी बड़ी इच्छा थी कि उनके साथ कैंप में हम जाएं, उनसे मिलें। कैसे वातावरण में रहते हैं, उसको देखें, उनसे बातचीत करें, उनके अनुभव शेयर करें। तो कल वह सौभाग्य हमें मिला, उनके अनुभव साझा किया उनसे बातचीत की और उनके साथ रात्रि का भोजन भी किया। आधे घंटे का कल्चरल प्रोग्राम भी रखा गया था और सवेरे सबसे मुलाकात करके दंतेश्वरी माता के दर्शन किए। उन्हीं के आग्रह पर रात्रि विश्राम कैंप में किया। मां के नाम एक पेड़ भी लगाया ।
एक तरफ जहां बस्तर विकास को लेकर सरकार लगातार प्रयत्नशील दिख रही है, वहीं कांग्रेस आयोजन स्थल को लेकर तीखे सवाल कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष कह रहे हैं कि सरकार ने पूरे मंत्रिमंडल के साथ अफसरों की टीम को पर्यटन करवा दिया।
इस बैठक का कोई लाभ बस्तर को होगा, इसे लेकर कांग्रेसी संदेह जाहिर कर रहे हैं।
एक दिन पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में चित्रकोट में आयोजित बस्तर विकास प्राधिकरण की पहली बैठक में बस्तर में पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए टूरिज्म कॉरिडोर बनाने पर विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ ही बस्तर अंचल के पर्यटन के लिए चिन्हित स्थानों को विकसित करने के लिए रणनीति तैयार की गई। बस्तर में एनएमडीसी व्दारा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निर्माण के लिए भी चर्चा की गई। सीएम साय ने प्राधिकरण की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने बस्तर और सरगुजा के विकास पर अपना मुख्य फोकस रखा है। इन क्षेत्रों के विकास में आदिवासी विकास प्राधिकरणों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।