छत्तीसगढ़

हम आपकी सुरक्षा के लिए है तैनात, कोई सताए हमें बताएं…रात्रिकालीन 18 ट्रेनों में RPF की है पैनी नजर

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यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए प्रशासन हर संभव प्रयास करता है। अब स्टेशन से गुजरने व छूटने वाली ट्रेनों में आरपीएफ की तैनातगी बढ़ा दी गई है। अब 18 ट्रेनों में आरपीएफ नजर रख रही है। पहले केवल 10 ट्रेनों में गश्त होती थी। त्योहार को देखते हुए संख्या बढ़ाई गई है। इस दौरान यात्रियों से बातचीज कर उनकी परेशानियां भी पूछीं जाती है।

बिलासपुर। गश्त होने वाली ट्रेनों की सूची में अधिकांश रात्रिकालीन है। जिसमें अपराध की सबसे ज्यादा आशंका रहती है। हालांकि इस अपराध के लिए कहीं न कहीं यात्रियों की लापरवाही भी जिम्मेदार है। ट्रेन में सवार होने के बाद यात्री बर्थ में गहरी नींद में सो जाते हैं।

जिसका फायदा उठाकर अपराध चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो जाते हैं। जब नींद से जागते हैं, तब पता चलता है कि उनकी कीमती सामान पार हो गया है। यात्रियों को सजग रहने की जरुरत है। इसके साथ रेलवे सुरक्षा बल भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में किसी तरह कसर नहीं छोड़ रही है। कुछ दिन में दिवाली पर्व है। पर्व के चलते ही ट्रेनों में एकाएक यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। जिसे देखते हुए ही आरपीएफ ने भी पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।naidunia_image
वर्तमान में आरपीएफ 18 ट्रेनों में गश्त कर रही है। पूर्व में यह आंकड़ा केवल 10 था। जिसके चलते कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनों में गश्त नहीं हो पाती थी। हालांकि गश्त दल को देखकर यात्री खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अच्छी बात यह है कि सुरक्षा अमला यात्रियों से बातचीत करता है। इसके अलावा उन्हें बैग आदि को संभालकर रखने के लिए कहता है। इस पर यात्री सजग रहते हैं।

इन ट्रेनों में हो रही गश्त

  • 12859/12860 गीतांजलि एक्सप्रेस
  • 12833/12130 अहमदाबाद- हावड़ा एक्सप्रेस
  • 12809 सीएसटीएम- हावड़ा मेल
  • 18030 शालीमार- एलटीटी एक्सप्रेस
  • 18029 एलटीटी- शालीमार एक्सप्रेस
  • 12853 अमरकंटक एक्सप्रेस
  • 15159 छपरा- दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस
  • 15160 दुर्ग- छपरा सारनाथ एक्सप्रेस
  • 18242 अंबिकापुर- दुर्ग एक्सप्रेस
  • 18241 दुर्ग- अंबिकापुर एक्सप्रेस
  • 12854 भोपाल- दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस
  • 12129 पुणे- हावड़ा आजाद हिंद एक्सप्रेस
  • 12860 हावड़ा- मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस

आरपीएसएफ मिलने के बाद ट्रेन व प्लेटफार्म में बढ़ाई सुरक्षा

आरपीएसएफ की एक कंपनी रेल मंडल को मिली है। कंपनी 70 से 80 बल सदस्य होते हैं। बल सदस्यों की संख्या बढ़ने की वजह से ट्रेन व प्लेटफार्म पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। आरपीएसएफ के जवान व आरपीएफ पोस्ट के बल सदस्यों को मिलाकर पांच कर्मचारियों की प्लेटफार्म ड्यूटी लगाई जा रही है। यहीं व्यवस्था ट्रेनों में भी की गई है।

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