आध्यत्मिक ज्ञान द्वारा स्वस्थ और सुखी जीवन- भगवान भाई
राजगाांगपुर :- 6 सितंबर 2024 रविवार को राजगांगपुर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय परिसर मे आध्यत्मिक ज्ञान द्वारा स्वस्थ और सुखी जीवन के मूल विषय के आधार पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमे मन मे चलने वाले लगातार नकारात्मक विचार वर्तमान में अनेक समस्याओ का कारण बनते है मन मे नकारत्मक विचारों से ही तनाव उत्पन्न होता है । क्रोध से मनुष्य का विवेक जीवन नष्ट हो जाता है । क्रोध मूर्खता से शुरू होता है और की वर्षों के बाद के पश्चाताप से समाप्त होता है । इसलिए वर्तमान मे तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक विचारों की आवश्यकता है । उक्त कार्यक्रम मे ब्रह्मयकुमारी संस्था के मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान से आए हुए ब्रह्मा कुमार भगवान भाई ने अपनया मत व्यक्त किया वे आध्यत्मिक ज्ञान द्वारा स्वस्थ और सुखी जीवन मुक्ति विषय पर बोल रहे थे। भगवान भाई जी ने कहा कि इस वर्ष का थीं आद्यातमिक सशक्तिकरण द्वारा स्वस्थ एवं सुखी समाज को लिया गया है । इसके तहत लोगों को कार्यक्रमों के माध्यम से अध्यातम का जीवन में महत्व , राजयोग मेडिटेशन है ।
वही श्री रघुनाथ पति कृषि अधिकारी जी ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा की यदि हमारे विचार सकारात्मक है तो उसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। श्री किल अग्रवाल सिाजसेवक जी ने कहा सकारामिक सोच बनाकर जीवन को सफलता त्दलाते है। इसीत्लए अपने सोच को सदा सकारामिक रखें। वहीं इस अवसर पर श्री विपिन चौधरी ने कहा कि सकारात्मक चिंतन से सहनशीलता आती जिससे की समस्याओ का समाधान हो जाता है । मन के चारों का प्रभाव वातावरण पेड़-पौधों तथा दूसरों व स्वयं पर पड़ता हे| वहीं इस अवसर पर स्थानीय राजयोग सेवा केंद्र की संचालिका बीना बहनजी ने कहा राजयोग के नित्य अभ्यास से ही हमारा मनोबल और आत्मबल बढ़ता है दीनबंधु सेनापति ने अपना वक्तव्य दिया । कार्यक्रम कि सुरुवात द्वीप प्रज्वलन से और स्वागत डांस से किया गया । वही इस अवसर पर भगवान भाई जी का सम्मान मारवाड़ी समाज के तरफ से शाल और नारियल देकर किया गया।