छत्तीसगढ़

कोरिया में बालिकाओं के लिए विशेष जागरूकता अभियान: साइबर सुरक्षा से लेकर आत्मरक्षा तक का व्यापक प्रशिक्षण

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कोरिया पुलिस का अभिनव प्रयास: बालिकाओं को जागरूक, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

चूंकि आज की सशक्त बालिकाएं ही कल के सशक्त भारत की मुख्य नींव हैं इसलिए गत महीनों में छात्राओं में गर्भधारण के कुछ प्रकरण संज्ञान में आने पर कोरिया एसपी द्वारा पॉक्सो के मामले दर्ज़ करवा प्राथमिकता से उनका निराकरण कराया गया किंतु इस प्रकार के प्रकरण भविष्य में कम से कम घटित हों इस संबंध में उनके द्वारा कलेक्टर कोरिया से समन्वय किया गया।

इस संबंध में कलेक्टर कोरिया, श्रीमती चन्दन त्रिपाठी तथा पुलिस अधीक्षक कोरिया,  सूरज सिंह परिहार के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा विभाग, आदिवासी विकास विकास और महिला एवं बाल विकास से समन्वय करके कोरिया पुलिस द्वारा विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।इस कार्यक्रम का विधिवत क्षेत्रानुसार और दिनांकवार रोस्टर जारी किया गया है। छात्रावास/आश्रमों, विद्यालयों में बालिकाओं के लिए गुड-टच, बैड-टच, महिला हेल्पलाइन 181, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि विषयों पर प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम की प्रभारी अधिकारी श्रीमती वित्तबाला श्रीवास्तव (संरक्षण अधिकारी, नवा बिहान), श्रीमती जमिला अंसारी (केस वर्कर, सखी सेंटर), और कोरिया पुलिस के महिला और पुरुष अधिकारी एवं कर्मचारी हैं, जो बालिकाओं को उपरोक्त विषयों के साथ-साथ नवीन कानून, आत्मरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूक कर रहे हैं।

कन्या छात्रावास एवं आश्रमों में बालिकाओं को न केवल गुड-टच और बैड-टच, महिला हेल्पलाइन 181, और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी दी जा रही है, बल्कि साइबर सुरक्षा, बाल अधिकारों, पोक्सो अधिनियम, बाल श्रम, और बाल विवाह निषेध अधिनियम जैसे विषयों पर भी उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। साइबर सुरक्षा के अंतर्गत बालिकाओं को इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग, अपनी गोपनीयता की सुरक्षा और साइबर बुलिंग से बचने के उपाय सिखाए जा रहे हैं।

इसके अतिरिक्त, बालिकाओं को स्वास्थ्य, स्वच्छता, और आत्मरक्षा के माध्यम से शारीरिक और मानसिक सुरक्षा की तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है ताकि वे आकस्मिक परिस्थितियों में आत्मनिर्भर बन सकें। संवाद कौशल, समस्या समाधान और निर्णय-निर्माण जैसे सामाजिक और नेतृत्व विकास कौशलों का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो उनके जीवन में सशक्त भूमिका निभाने में सहायक होगा।

वित्तीय साक्षरता के तहत, बालिकाओं को धन के प्रबंधन, बचत, निवेश और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा, करियर मार्गदर्शन के माध्यम से उन्हें भविष्य के विभिन्न अवसरों से अवगत कराया जा रहा है, ताकि वे अपनी रुचियों और क्षमताओं के अनुसार जीवन में सही दिशा चुन सकें।

यह कार्यक्रम 09 सितंबर से 13 सितंबर तक सोनहत के विभिन्न कन्या छात्रावासों और आश्रमों जैसे आदिवासी प्री मेट्रिक्स कन्या छात्रावास सोनहत, शासकीय कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल सोनहत, आदिवासी कन्या आश्रम रामगढ़, और अन्य स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि 16 सितंबर से 30 सितंबर तक बैकुंठपुर विकासखंड के विभिन्न कन्या छात्रावासों और आश्रमों में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें उपरोक्त सभी विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाएगी।

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