नाबालिग कों बहला फुसलाकार भगा ले जाकर शादी का झांसा देकर जबरन दुष्कर्म के मामले मे विधि से संघर्षरत बालक किया गया गिरफ्तार
थाना उदयपुर पुलिस टीम द्वारा मामले मे विधि से संघर्षरत बालक के विरुद्ध की गई सख्त वैधानिक कार्यवाही
पुलिस टीम द्वारा त्वरित कायवाही करते हुए पीड़िता कों विधि से संघर्षरत बालक के कब्जे से किया गया बरामद
नाबालिग सम्बन्धी अपराधों मे सरगुजा पुलिस द्वारा की जा रही लगातार सख्त कार्यवाही
सरगुजा पुलिस द्वारा नाबालिग सम्बन्धी अपराधों मे शामिल आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही कर धरपकड़ की जा रही हैं, इसी क्रम मे मामले का संछिप्त विवरण इस प्रकार हैं प्रार्थिया द्वारा दिनांक 26/08/24 कों थाना उदयपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि प्रार्थिया की नाबालिग लड़की दिनांक 15/08/24 कों अपनी नानी के घर से अपनी फुआ के घर जाने की बात बोलकर निकली थी, जो देर शाम रात तक नाबालिग अपने फुआ के घर नही पहुंची हैं,
आस पास रिश्तेदारो में पता तलाश किया गया जो खोजने से नही मिल रही हैं, प्रार्थिया द्वारा शंका व्यक्ति किया गया कि प्रार्थिया की नाबालिग लड़की कों कोई अज्ञात युवक बहला फुसला कर ले गया हैं, प्रार्थिया के रिपोर्ट पर थाना उदयपुर मे अपराध क्रमांक 189/24 धारा 137 बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
दौरान विवेचना पुलिस टीम द्वारा नाबालिग बालिका का पता तलाश किया जा रहा था, पुलिस टीम के सतत प्रयास से नाबालिग बालिका कों विधि से संघर्षरत बालक के कब्जे से बरामद कर पूछताछ किया गया जो पीड़िता बताई कि विधि से संघर्षरत बालक पीड़िता कों बहला फुसला कर अपने साथ ले जाकर शादी करने का झांसा देकर जबरन दुष्कर्म की घटना कारित किया हैं,
विधि से संघर्षरत बालक से घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ किये जाने पर नाबालिग कों बहला फुसला कर शादी का झांसा देकर जबरन दुष्कर्म की घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया, विधि से संघर्षरत बालक के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से प्रकरण मे 87, 64(2) बी.एन.एस. एवं पोक्सो एक्ट की धारा 4, 6 जोड़कर विधि से संघर्षरत बालक कों गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा जाता हैं।
सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी उदयपुर निरीक्षक कुमारी चंद्राकर, सहायक उप निरीक्षक वरदान लकड़ा, सहायक उप निरीक्षक दिलिप दुबे, आरक्षक सुरेन्द्र बारी, रत्नेश वर्मा, दिपक सोनवानी शामिल रहे।