आनेवाले वर्ष 2036 में तक ओडिशा राज्य सभी क्षेत्रों में नंबर 1 राज्य होगा – महेश्वर साहू
राउरकेला: किसानों के विभिन्न मुद्दों पर भाजपा जिला कार्यालय सेक्टर 3, राउलकेला में पत्रकार सम्मेलन आयोजित की गई थी।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी कृषि मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष महेश्वर साहू ने कहा, कि भाषाई राज्य के रूप में अपने गठन की 100वीं वर्षगांठ तक, यानी आने वाले वर्ष 2036 तक, ओडिशा राज्य सभी क्षेत्रों में देश में नंबर एक राज्य माना जाएगा। राउरकेला के एक दिवसीय दौरे पर आए श्री साहू ने इस संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया और अपने भाषण में उन्होंने पिछले 24 वर्षों से ओडिशा पर शासन करने वाली बीजद पार्टी पर ओडिशा को रास्ते पर ले जाने के बजाय बहुत पीछे धकेलने का आरोप लगाया। बीजद ने राज्य की कृषि के विकास और किसानों के सर्वांगीण कल्याण के लिए बार-बार वादे करके किसानों को ठगने का कार्य किया।
पिछले जून में मोहन माझी के नेतृत्व में भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण के 24 घंटे के भीतर ही ओडिशा के किसानों के हित में पहली कैबिनेट बैठक में धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये बढ़ाया गया। उन्होंने बताया कि भंडारण के लिए पहले चरण में राज्य के 58 प्रखंडो़ में शीतगृह (कोल्ड स्टोरेज) के निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि आवंटित की जा चुकी है। श्री साहू ने कहा कि दूसरे चरण में शेष सभी प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज बनाने की योजना है।
आलू मिशन के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, श्री साहू ने खुलासा किया कि ओडिशा में लोग आलू और प्याज के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि बीजद सरकार ने आलू मिशन के नाम पर करोड़ों रुपये हड़प लिए हैं। साथ ही उन्होने यह भी कहा कि हमारी सरकार ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है, साथ ही श्री साहू ने कहा कि बीजेपी सरकार इस पर काम कर रही है कि वर्ष 2036 में जब ओडिशा अपने सौ साल पूरे करेगा, तब तक ओडिशा को देश के सभी क्षेत्रों में नंबर एक राज्य कैसे बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले नवंबर में बरगढ़ में एक विशाल किसान रैली का आयोजन किया जायेगा और इसका शुभारंभ राज्य के माननीय मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी करेंगे।
इस पत्रकार सम्मेलन में प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष महेश्वर साहू, जिला अध्यक्ष लतिका पटनायक, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के कार्यकारी सदस्य विजय खलको, प्रदेश किसान मोर्चा के कार्यकारी सदस्य हलपानी माझी, जिला मोर्चा के निरंजन महत, जयकरण खलको आदि उपस्थित थे।





