रायगढ़

रायगढ़ में जन्माष्टमी मेले में हादसा: मीना बाजार के हवाई झूले में फंसे लोग, क्रेन से उतारा, वीडियो बनाने पर संचालक की गुंडागर्दी

Advertisement

लोकेशन – रायगढ़

दीपक शोभवानी 7898273316

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में जन्माष्टमी मेले के मौके पर लगे डिजनीलैंड मीना बाजार में रविवार रात एक बड़ा हादसा टल गया। मेले में लगे हवाई झूले की मोटर अचानक खराब होने से कई लोग हवा में लटके रहे। करीब डेढ़ घंटे तक लोग झूले में फंसे रहे, जिससे मेले में अफरा-तफरी मच गई। मोटर ठीक न होने पर संचालक को क्रेन बुलवानी पड़ी, जिसके जरिए लोगों को सुरक्षित नीचे उतारा गया। इस घटना ने मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।



प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार रात मीना बाजार में भारी भीड़ थी। हवाई झूला बच्चों और युवाओं के बीच आकर्षण का केंद्र था। अचानक झूले की मोटर खराब होने से वह बीच हवा में रुक गया। झूले में सवार लोग डर के मारे चीखने-चिल्लाने लगे। परिवार वाले और अन्य लोग नीचे इकट्ठा होकर उनकी सुरक्षा की दुआ मांगने लगे। संचालक ने पहले मोटर ठीक करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहने पर क्रेन मंगवाकर लोगों को नीचे उतारा गया।



वीडियो बनाने पर गुंडागर्दी, मोबाइल छीनने की कोशिश: हादसे का वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों के साथ मीना बाजार के कर्मचारियों ने बदतमीजी की। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कर्मचारियों ने न केवल वीडियो बनाने से रोका, बल्कि मोबाइल छीनने की कोशिश की और धमकियां भी दीं। वायरल वीडियो में युवक कहा , “मैं अपने परिवार की सुरक्षा के लिए वीडियो बना रहा था, लेकिन कर्मचारियों ने गाली-गलौज करते हुए मेरा फोन छीनने की कोशिश की।” इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद लोगों में संचालक के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है।



सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल: यह घटना मेले में सुरक्षा मानकों की पोल खोल रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सवाल किया कि इतने बड़े मेले में झूलों की तकनीकी जांच और सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए? “अगर क्रेन न आती, तो क्या होता? प्रशासन को मेले में लगने वाले झूलों की कड़ी जांच करनी चाहिए।”

प्रशासन की चुप्पी, संचालक बेपरवाह: घटना के बाद मीना बाजार के संचालक और कर्मचारियों की ओर से कोई सफाई नहीं आई है। वहीं, जिला प्रशासन ने भी इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। लोगों ने मांग की है कि इस हादसे की जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मेले में सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की जरूरत है।

रायगढ़ का यह जन्माष्टमी मेला, जो खुशी और उत्सव का प्रतीक है, इस हादसे के बाद चर्चा का विषय बन गया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या मेले में लोगों का भरोसा फिर से कायम हो पाएगा।

सुरक्षा पहले, उत्सव बाद! प्रशासन जागे, ताकि कोई और हादसा न हो।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button