राउरकेला पुलिस ने संगठित साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़, 14 आरोपी गिरफ्तार

राउरकेला, 13 अगस्त 2025 – राउरकेला पुलिस ने एक संगठित अपराध गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो भ्रष्ट बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से खच्चर बैंक खातों का इस्तेमाल कर साइबर अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त था। पुलिस अधीक्षक नितेश वाधवानी और पश्चिमी सीमा के उप महानिरीक्षक बृजेश कुमार राय ने आज पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, गिरोह स्थानीय निवासियों के नाम पर बैंक खाते खोलकर उन्हें साइबर अपराधियों को बेच या किराए पर देता था। इन खातों का उपयोग धोखाधड़ी से अर्जित धन को पास-थ्रू खातों के रूप में चलाने, लेन-देन को छुपाने और भारत व विदेशों में रकम ट्रांसफर करने में किया जाता था। प्रत्येक खाता 8,000 से 10,000 रुपये में बेचा या किराए पर दिया जाता था। गिरोह के तार छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, बिहार सहित कई राज्यों और दुबई व नेपाल से भी जुड़े पाए गए हैं।
पुलिस कार्रवाई
खुफिया सूचना के आधार पर एडिशनल एसपी श्रावणी नायक और डीएसपी सेरोफिना खेस के नेतृत्व में रघुनाथपाली, प्लांटसाइट, ब्राह्मणी तरंग और सेक्टर-7 थानों की टीमों ने 9 अगस्त को छापेमारी कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। 12 अगस्त को हुई कार्रवाई में 9 और लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिससे कुल गिरफ्तारियां 14 हो गईं। इनमें दो आरोपी बंधन बैंक और आईडीबीआई बैंक से जुड़े हैं, जिन्होंने फर्जी खातों के संचालन में गिरोह की मदद की।
जब्त सामग्री
पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 30 आधार कार्ड, 10 पैन कार्ड, 17 पासबुक, 4 चेकबुक, एक हुंडई कार, एक बुलेट मोटरसाइकिल, एक लैपटॉप और 15 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
जांच का अगला चरण
पुलिस अब धन के प्रवाह का पता लगाकर उच्चस्तरीय संचालकों तक पहुंचने, दोषी बैंक अधिकारियों की पहचान करने, अन्य राज्यों के साइबर गिरोहों से लिंक का विश्लेषण करने और जब्त उपकरणों की फोरेंसिक जांच करने की तैयारी में है।





