“महिला सुरक्षा के नाम पर दिखावा, जिम और पार्लर संचालकों की लापरवाही उजागर”

रायगढ़। शहर में संचालित महिला जिम और ब्यूटी पार्लरों को लेकर महिला समन्वय संगठन द्वारा चलाए गए सतर्कता अभियान में चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है। लगभग हर स्थान पर व्यवस्थाएं बदहाल मिलीं। कई जिम और पार्लरों में महिला ट्रेनर या महिला स्टाफ की व्यवस्था ही नहीं है, जिससे महिलाएं स्वयं को असुरक्षित और असहज महसूस कर रही हैं।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि किसी भी ट्रेनर या स्टाफ का वेरिफिकेशन नहीं कराया गया है। कौन कहाँ से आया है, क्या उसकी पृष्ठभूमि है — इस बारे में संचालकों के पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। अधिकतर संस्थानों के दस्तावेज अधूरे पाए गए, और कुछ का तो पंजीयन तक नहीं है। यानी ये संस्थान पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं।
महिला सुरक्षा के नाम पर केवल सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो या तो बंद पड़े हैं या केवल दिखावे के लिए लगाए गए हैं। उनकी मॉनिटरिंग की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में उनकी उपयोगिता संदिग्ध है।
महिला समन्वय संगठन की संयोजिका ने कहा,
> “यह सिर्फ एक प्रारंभ है, अब हर स्तर पर निगरानी बढ़ाई जाएगी। कोई भी जिम या संस्था महिला सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकती।”
संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि वे शहर का वातावरण बिगड़ने नहीं देंगे, और प्रशासन से इस पूरे मामले पर कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।
जांच के बाद कुछ जिम व पार्लर संचालकों ने व्यवस्थाएं सुधारने और नियमानुसार पंजीयन कराने का आश्वासन दिया है। संगठन का कहना है कि यदि समयसीमा में सुधार नहीं हुआ, तो अगला कदम प्रशासनिक रिपोर्ट सौंपना और सार्वजनिक रूप से नाम उजागर करना होगा।





