
अलॉइंस महासचिव रणबीर सिंह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि माननीय प्रधानमंत्री जी को ईमेल भेज कर फिर से बिना वेतन देशसेवा करने वास्ते गुहार लगाई गई जिसकी कॉपी ईमेल के जरिए केंद्रीय गृह सचिव, डीजी सीआरपीएफ व वार्ब चेयरमैन को भेजी गई।
रणबीर सिंह द्वारा भेजे ईमेल में अपने बारे में कहा कि अभी में जीवन के सत्तरवें साल में प्रवेश करने जा रहा हूं मैंने साढ़े 37 साल महान फोर्स सीआरपीएफ में रहते देश सेवा करते सर्वोच्च कर्तव्यों का निर्वहन किया। पंजाब आतंकवाद, उत्तरी पूर्वी राज्यों के उग्रवाद, जम्मू कश्मीर दहशतगर्दी हो या छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से लोहा लेते हुए 2012 में सीआरपीएफ से सबइंस्पेक्टर पद से रिटायर हुआ।
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी लेह लद्दाख से लेकर भारत के आखिरी छोर अंडमान निकोबार द्वीपसमूह तक राज्यों की कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
माननीय प्रधानमंत्री जी पहलगाम आतंकी हमले के बाद अब जबकि देश एक नाज़ुक दौर से गुजर रहा है आपके नेतृत्व में भारतीय सेनाओं द्वारा दुश्मन के आतंकी ठिकानों पर मिशाइल हमले किए जा रहे हैं तो मेरे मन में यह बात रह रह कर कटोच रही है कि क्यों ना इस आपात जैसे मौके पर में फिर से बिना वेतन देशसेवा करूं अगर मेरे खून का कतरा या प्राणों की आहुति देनी पड़े तो ये मेरे लिए गौरव की बात होगी। जयहिंद
रणबीर सिंह
एक्स सबइंस्पेक्टर सीआरपीएफ