प्लेटफार्म क्रमांक तीन तक के पुराना एफओबी के अवशेष हटाए जा सके
रेलवे के अधिकारी कारण बताने से बचते रहे
चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से मंगलवार को दशकों पुराना एफओबी का आधा हिस्सा हटा लिया गया। हांलाकि रेलवे की ओर से 24 दिसंबर को पुराना एफओबी का पूरो हिस्सा हटा लिए जाने की घोषणा की गई थी। लेकिन प्लेटफार्म क्रमांक एक से तीन तक के ही एफ ओबी का हिस्सा हटाया जा सका।
चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के पश्चिमी अंडर पास निर्माण, सोनुआ रेलवे स्टेशन में एफओबी का गार्डर लगाने और चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से पुराना और असुरक्षित तथा अनुपयोगी पड़े पुराना फूटओवरब्रिज को हटाने के लिए 6 घंटे का मेगा ब्ल्ॉाक की घोषणा की थी।
मंगलवार को रेलवे के अधिकारियों की उपस्थिति में रेलवे स्टेशन के हाईटेंशन विद्युत संयोग क्षीण करने के बाद प्लेटफार्म क्रमांक 3 तक के हैवी क्रेन के मदद से एफओबी के गार्डर, सीमेंट प्लेट सहित एंगल को भी हटाया गया। ऐसे पुराना एफओबी हटाने के लिए पहले से ही अधिकांश सिमेंट के स्लेप एफओबी सेगूजरे बिजली के तार इत्यादि को हटा लिया गया था।
लेकिन एफओबी के बाकी बचे हिस्से को पूरी तरह स्टेशन से हटाने के लिए कई बार रोलिंग ब्लॉक लिए जाने की घोषणा की गई लेकिन एन मौके पर उसे स्थगित कर लिया गया। रेलवे की ओर से चक्रधरपुर अंडरपास निर्माण और सोनुआ में एफओबी का एक साथ कार्य संपन्न करने के लिए चक्रधरपुर रेल मंडल में 24 दिसंबर को 6 घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया
और इस मेगा ब्लॉक के दौरान पुराना एफओबी का आधा हिस्सा ही हटाया जा सका। रेलवे के अधिकारियों से इस सबंध में पुछे जाने पर बताया कि इसे हटाने का काम नेक्ट टाईम किया जाएगा। विदित हो कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए स्टेशन का सौंदर्यीकरण तथा यात्री सुविधा को बढ़ावा देने के लिए द्वितीय प्रवेश द्वार, लिफ्ट, नए एफओबी का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका चुका है।
स्टेशन के पूर्वी छोर स्थित अंग्रेजों के जमाने में बनाया गया दशकों पुराना एफओबी के पास ही डीआरएम कार्यालय से सटे द्वितीय प्रवेश द्वार से संपर्क के लिए विशाल एफओबी बनकर तैयार हो चुका है। इस एफओबी का विधिवत उद्घाटन कभी भी सुविधानुसार किया जा सकता है।
चूंकि पुराना एफओबी असुरक्षित तथा अनुपयोगी होने के कारण उसे हटाने के लिए कई बार रेलवे की ओर से मेगा ब्लॉक की सूचना जारी की जा चुकी है। अंतत: रेलवे ने 24 दिसंबर के मेगा ब्लॉक के दौरान पुराना एफओबी को भी हटाने की घोषणा की गई थी लेकिन इस बार भी रेलवे ने इस पुराने एफओबी को पूर्ण रुप से हटा नहीं सकी।