छत्तीसगढ़

विदेशी जलपोत पर दर्दनाक हादसे में मरीन इंजीनियर अहलाद नन्दन महतो का पार्थिव शरीर सवा माह बाद पहुंचेगा पैतृक गांव

मनोहरपुर : मनोहरपुर प्रखंड के तरतरा गांव के निवासी, मरीन इंजीनियर अहलाद नन्दन महतो का पार्थिव शरीर एक दर्दनाक हादसे के सवा माह बाद अब उनके पैतृक गांव पहुंचेगा।

यह हादसा 27 मार्च 2025 को ईरान के चरक बंदरगाह पर जलपोत “शिप रासा IMO” पर तैनाती के दौरान हुआ था, जिसमें अहलाद की मृत्यु हो गई थी।अहलाद नन्दन महतो शिप रासा IMO में तृतीय इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे।

मेहनती, समर्पित और सहनशील स्वभाव के अहलाद ने विदेश जाकर अपना और अपने परिवार का भविष्य संवारने का सपना देखा था। लेकिन यह सपना समुद्र के बीचोंबीच एक त्रासदी में तब्दील हो गया, जिसने परिवार और गांव के लोगों को गहरे शोक में डाल दिया।

गौरतलब है कि 28 अप्रैल को जब एक पार्थिव शरीर को कोलकाता से लाकर गांव लाया गया, तो ताबूत खोलने पर यह सामने आया कि वह शव अहलाद का नहीं, बल्कि जौनपुर (उत्तर प्रदेश) निवासी मरीन इंजीनियर संदीप कुमार सिंह का था, जिनकी भी उसी हादसे में मौत हुई थी।

इस चूक से परिवार और गांववासी स्तब्ध और दुखी हो गए।परिजनों के अनुसार, अब विशेष प्रक्रिया के तहत अहलाद नन्दन महतो का पार्थिव शरीर एक बार फिर स्वदेश लाया जा रहा है। उनका शव 02 मई की मध्यरात्रि को विशेष विमान से कोलकाता पहुंचेगा और वहाँ से 03 मई दिन शनिवार को दोपहर करीब 12:30 बजे तक एम्बुलेंस के जरिए तरतरा गांव लाया जाएगा

परिवार ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार उसी दिन शनिवार को दोपहर 2:00 से 2:30 बजे के बीच गांव में किया जाएगा। परिवार ने सभी रिश्तेदारों, शुभचिंतकों और गांववासियों से अपील की है कि वे अंतिम संस्कार में शामिल होकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करें और इस कठिन समय में परिवार को संबल प्रदान करें।

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