रायपुर, 19 दिसंबर 2024।
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एडीजी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) जीपी सिंह को सेवा में बहाल कर दिया है। यह निर्णय एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कदम माना जा रहा है, जो लंबे समय से विवादों और जांचों के केंद्र में रहे जीपी सिंह के भविष्य को लेकर स्पष्टता प्रदान करता है।
बहाली का संदर्भ:
जीपी सिंह को पूर्व में कथित भ्रष्टाचार और अन्य अनियमितताओं के आरोपों के चलते निलंबित किया गया था। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने और राजद्रोह के मामले दर्ज किए गए थे, जिसके बाद राज्य सरकार ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया था।
हालांकि, इस बीच न्यायिक और प्रशासनिक जांचों के दौरान उन्हें कई मामलों में राहत मिली, जिसके बाद सरकार ने उन्हें बहाल करने का निर्णय लिया।
पदस्थापना का इंतजार:
बहाली के आदेश के बाद अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि उन्हें किस विभाग या जिम्मेदारी के तहत पदस्थापित किया जाता है। पुलिस विभाग में उनकी वापसी पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
प्रशासनिक बयान:
सरकारी सूत्रों के अनुसार, जीपी सिंह की बहाली का फैसला कानून और न्याय की प्रक्रिया के अनुसार लिया गया है। हालांकि, उनकी पदस्थापना से संबंधित निर्णय जल्द ही लिया जाएगा।
पृष्ठभूमि:
जीपी सिंह छत्तीसगढ़ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं और विभिन्न अहम पदों पर कार्यरत रह चुके हैं। उनकी कड़ी कार्यशैली और प्रशासनिक निर्णयों के लिए उन्हें जाना जाता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उन पर लगे गंभीर आरोपों के चलते उनका करियर विवादों में घिर गया था।
प्रतिक्रिया:
जीपी सिंह की बहाली को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में मिलीजुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। उनके समर्थकों ने इसे न्याय की जीत बताया है, वहीं विपक्ष ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
सरकार के इस फैसले ने एक बार फिर राज्य में प्रशासनिक और राजनीतिक चर्चाओं को तेज कर दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जीपी सिंह अपनी वापसी के बाद पुलिस महकमे में अपनी भूमिका को किस तरह निभाते हैं।