राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया

— ‘सुरक्षित कार्यस्थल और हरित भविष्य’ पहल सामूहिक प्रयासों से सफल होगी —
राउरकेला, 2+12: राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाते हुए प्रमुख पर्यावरण वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण पृथ्वी के लिए एक बड़ी चुनौती है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आज आरएसपी के सीपीटीआई सभागार में प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसपीसीबी के अतिरिक्त मुख्य पर्यावरण वैज्ञानिक एवं क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. अनूप कुमार मल्लिक ने की। उन्होंने कहा कि 1984 में भोपाल गैस त्रासदी के बाद से आयोजित किए जा रहे इस दिवस के आयोजन के संदर्भ में, कार्यस्थलों पर प्रदूषण नियंत्रण और सुरक्षा पर ज़ोर दिया जाना चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

डॉ. मल्लिक ने सुझाव दिया कि आने वाले दिनों में विभिन्न कारखानों के कार्यस्थलों पर पर्यावरण और सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए और नियमों का पालन किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि सुरक्षित कार्यस्थल और हरित भविष्य की परिकल्पना संयुक्त प्रयासों से ही साकार हो सकती है। उन्होंने एसपीसीबी द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी और इस संबंध में सभी का सहयोग मांगा।

इस अवसर पर आरएसपी खनन विभाग के कार्यकारी निदेशक इंजीनियर एम.पी. सिंह, एनएसपीसीएल के मुख्य महाप्रबंधक और बीयूएच के. सत्यनारायण, कारखाना एवं तेल विभाग के उप निदेशक बिभु प्रसाद मुख्य अतिथि रहे और उन्होंने अपना वक्तव्य दिया।
उन्होंने विषय पर विभिन्न कोणों से चर्चा की। उन्होंने कारखाना प्रतिनिधियों को पर्यावरण विज्ञान के विभिन्न उपायों और नियंत्रणों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जन जागरूकता और मानसिकता में बदलाव लाकर कारखाना दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है और स्वच्छ पर्यावरण प्राप्त किया जा सकता है।
इस अवसर पर आयोजित तकनीकी सत्र में, आरएसपी के पर्यावरण अभियांत्रिकी विभाग के महाप्रबंधक इंजी. प्रमोद चंद्र दाश, जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड के नारायणपोशी आयरन एंड मैंगनीज माइंस के वरिष्ठ महाप्रबंधक सुरेश महापात्रा, डालमिया भारत लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक विजय कुमार दाश और एनआईटी राउरकेला के डीन एवं पूर्व छात्र अंतर्राष्ट्रीय संबंध प्रोफेसर एच.बी. साहू ने अपने मुख्य भाषण दिए और अपने-अपने कारखानों और संस्थानों में पर्यावरण संबंधी पहलों पर चर्चा की। उन्होंने हमसे अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण के अनुकूल कार्य करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर, वाईएमएफआई के तत्वावधान में पूर्व में आयोजित चित्रकला और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्रमाण पत्र और ट्रॉफी प्रदान की गई।
कार्यक्रम में डीईई इंजी. रमानी रंजन दाश, इंजी. रजत कुमार सेठी, डीईई सी.एस. चौहान, एईएस प्रज्ञा ज्योति साहबी, ओएसडी बी.बी. महंत, स्वयंसेवक विवेकानंद दास आदि उपस्थित थे। उप पर्यावरण अभियंता विजय कुमार भोई ने बैठक का संचालन किया।
कार्यक्रम के आरंभ में श्री अरबिंदो राउरकेला विद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने पंचतत्व पर आधारित स्वागत गीत गाया। अंत में सहायक पर्यावरण वैज्ञानिक सौम्य रंजन प्रधान ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर मिशन जीवन प्रतिज्ञा का पाठ किया गया और कपड़े के थैले वितरित किए गए। विभिन्न कारखानों, खदानों, अस्पतालों, व्यावसायिक संस्थानों के प्रतिनिधि, विद्यार्थी और शिक्षक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।





