छत्तीसगढ़

जिला स्तरीय विकसित भारत युवा संसद 2025 का आयोजन 25 मार्च को

युवाओं को मिलेगा राज्य विधानसभा और संसद में विचार रखने का सुनहरा अवसर

बलरामपुर । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में विकसित भारत युवा संसद 2025 का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। इस श्रृंखला का जिला स्तरीय युवा संसद कार्यक्रम 25 मार्च 2025 को नोडल संस्था शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर में आयोजित होगा। कार्यक्रम में सरगुजा, जशपुर और बलरामपुर तीन जिलों के 101 प्रतिभागी भाग लेंगे। भारत सरकार ने शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर को नोडल संस्था के रूप में चिन्हित किया है।

संस्था के नोडल प्राचार्य श्री एन. के. देवांगन ने बताया कि वर्ष 2047 के विकसित भारत विजन में युवाओं के सक्रिय योगदान को ध्यान में रखते हुए यह मंच युवाओं को दिया जा रहा है, ताकि वे देश के विकास पर अपने विचार प्रकट कर सकें। चयनित प्रतिभागियों को राज्य की विधानसभा और देश की संसद में विकसित भारत विजन 2047 पर बोलने का अवसर प्राप्त होगा।

प्रतियोगिता का प्रारूप एवं चरण

प्रतियोगिता का तृतीय चरण जिला स्तरीय पर 25 मार्च 2025 को प्रातः 09ः30 बजे से शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के संयोजकत्व में बाजारपारा स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा। बलरामपुर, सरगुजा एवं जशपुर जिले के प्रतिभागियों द्वारा 26 फरवरी से 16 मार्च 2025 तक अपलोड किए गए वीडियो स्क्रीनिंग के पश्चात 101 प्रतिभागियों का चयन किया गया है।

चयनित प्रतिभागियों को ‘‘एक देश एक चुनाव’’ विकसित भारत की ओर बढ़ता कदम विषय पर 3 मिनट तक अपने विचार प्रस्तुत करने होंगे। निर्णायक मंडल द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर श्रेष्ठ 10 प्रतिभागियों को चयनित किया जाएगा, जो राज्य स्तरीय (राज्य विधानसभा) प्रतियोगिता के लिए चयनित होंगे।

राज्य स्तरीय युवा संसद में प्रतिभागियों को ‘‘हमारे संविधान के 75 वर्ष अधिकारों, कर्तव्यों और प्रगति की यात्रा अथवा संविधान के 11 संकल्प भारत के संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की शपथ’’ इन दो में से किसी एक विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करने होंगे। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के प्रथम तीन प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर (संसद) के लिए चयनित किए जाएंगे। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का विषय होगा एक देश, एक चुनावः लोकतंत्र को सुगम व सरल बनाना, प्रगति को बढ़ाना एवं स्थिरता सुनिश्चित करना।

प्रतियोगिता के तहत प्रतिभागियों का मूल्यांकन निर्णायक मण्डल द्वारा विभिन्न मापदंडों के आधार पर किया जाएगा। विषय की समझ, स्पष्टता और संरचना, नवाचार और रचनात्मकता, मौखिक संप्रेषण और शारीरिक भाषा विषय की प्रासंगिकता, सामग्री की गुणवत्ता और समय सीमा। यह प्रतियोगिता युवाओं को वर्ष 2047 के विकसित भारत के विजन में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करेगी। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केंद्र और उच्च शिक्षा विभाग के सहयोग से किया जाएगा।

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