
बीजापुर: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा को सुदृढ़ करने और विकास कार्यों को गति देने के लिए बीजापुर पुलिस और केरिपु 81वीं वाहिनी ने ग्राम भीमाराम में Joint Task Force (JTF) सुरक्षा कैंप की स्थापना की है। इस सुरक्षा कैंप का उद्देश्य न केवल नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना है, बल्कि स्थानीय लोगों तक मूलभूत सुविधाएं भी पहुंचाना है।
JTF कैंप से सुरक्षा और विकास को मिलेगी नई दिशा
- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ेगी, जिससे ग्रामीणों में विश्वास और सुरक्षा की भावना मजबूत होगी।
- बीजापुर-उसूर-कोत्तापल्ली होते हुए चेरला (तेलंगाना) को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण अब सुरक्षा घेरे में तेजी से संभव होगा।
- सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाइल नेटवर्क और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास को मिलेगा बढ़ावा।
- स्थानीय निवासियों को नक्सल हिंसा से मुक्ति दिलाने में यह सुरक्षा कैंप एक अहम भूमिका निभाएगा।
- “नियद नेल्ला नार” योजना के तहत सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक गांवों तक पहुंचाया जाएगा।
नक्सल उन्मूलन के लिए ठोस रणनीति
इस सुरक्षा कैंप की स्थापना के साथ ही तेलंगाना के भद्रादी-कोत्तागुड़म और छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के बीच समन्वय स्थापित कर नक्सल उन्मूलन अभियान को और प्रभावी बनाया जा रहा है। इसके तहत:
- नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना
- सुरक्षा बलों की तैनाती और गश्त बढ़ाई गई
- नक्सल विरोधी अभियान को और तेज किया गया
JTF कैंप की स्थापना में इन अधिकारियों की अहम भूमिका
इस सुरक्षा कैंप की स्थापना आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी., आईजी केरिपु छत्तीसगढ़ सेक्टर रायपुर राकेश अग्रवाल, डीआईजी दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप, डीआईजी (परि.) सीआरपीएफ कोंटा सूरजपाल वर्मा, एसपी बीजापुर डॉ. जितेंद्र कुमार यादव सहित अन्य पुलिस एवं सुरक्षा अधिकारियों के निर्देशन में की गई।
बीते 6 महीनों में 9 नए सुरक्षा कैंप स्थापित
15 अगस्त 2024 के बाद से अब तक दक्षिण बस्तर में 8 और पश्चिम बस्तर में 1 कुल 9 सुरक्षा कैंपों की स्थापना की जा चुकी है।
स्थानीय जनता में सुरक्षा को लेकर बढ़ा भरोसा
भीमाराम में JTF सुरक्षा कैंप खुलने से ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है और वे अब सरकार की योजनाओं से सीधे लाभान्वित हो सकेंगे। इसके साथ ही नक्सल उन्मूलन और विकास कार्यों को नई गति मिलेगी।
यह सुरक्षा कैंप न केवल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करेगा, बल्कि विकास कार्यों को भी नई दिशा प्रदान करेगा।