जशपुर: जिले के चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट पत्तराटोली में सड़क सुरक्षा जागरूकता और प्राथमिक उपचार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री रोहित व्यास (भा.प्र.से.) और पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह (भा.पु.से.) ने विशेष रूप से उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम का आयोजन यातायात प्रभारी उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती मंजू लता बाज के नेतृत्व में किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं, स्थानीय निवासियों और सड़क सुरक्षा मितानों को यातायात नियमों और सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई।
कलेक्टर ने दी यातायात नियमों की सीख:
कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को जागरूक करते हुए हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग का महत्व बताया। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने परिवार में भी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाएं।
- नशे में वाहन न चलाने की चेतावनी।
- पैदल सड़क पार करते समय सतर्कता बरतने की सलाह।
- खराब स्थिति वाले वाहनों का उपयोग न करने की समझाइश दी।
पुलिस अधीक्षक ने किया ‘गुड सेमेरिटन’ की जानकारी साझा:
एसपी श्री शशि मोहन सिंह ने ‘गुड सेमेरिटन’ कानून के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
- सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की मदद करने वाले व्यक्तियों की गोपनीयता की सुरक्षा।
- घायल व्यक्तियों को गोल्डन आवर के भीतर अस्पताल पहुंचाने की अपील।
- मदद करने वाले व्यक्ति से केवल एक बार पूछताछ करने की प्रक्रिया।
उन्होंने ब्लैक स्पॉट पत्तराटोली में हुई सड़क दुर्घटनाओं का विवरण साझा करते हुए बताया कि यहां 2022 से नवंबर 2024 तक 11 घटनाएं हुईं, जिनमें 6 लोगों की मौत और 7 लोग घायल हुए।
जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं:
- 2020: 246 मामले, 154 मौतें, 205 घायल।
- 2021: 326 मामले, 211 मौतें, 194 घायल।
- 2022: 321 मामले, 205 मौतें, 263 घायल।
- 2023: 353 मामले, 256 मौतें, 179 घायल।
- 2024 (जनवरी-नवंबर): 418 मामले, 307 मौतें, 187 घायल।
दुर्घटनाओं के मुख्य कारण:
- नशे में वाहन चलाना।
- हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग न करना।
- ओवरस्पीड और मोबाइल फोन का उपयोग।
महिला सुरक्षा और साइबर अपराध पर जागरूकता:
डीएसपी श्रीमती मंजू लता बाज और निरीक्षक आशा तिर्की ने महिला सुरक्षा, साइबर अपराध, और ‘नोनी रक्षा’ योजना के बारे में छात्रों और ग्रामीणों को जानकारी दी। उन्होंने अपराधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की।
लर्निंग लाइसेंस शिविर:
जिला परिवहन विभाग ने कार्यक्रम में लर्निंग लाइसेंस शिविर का आयोजन किया, जिसमें 45 युवाओं के लाइसेंस बनाए गए।
इस कार्यक्रम में करीब 200 छात्राओं और ग्रामीणों ने भाग लिया और लाभान्वित हुए।