बिसरा : एक्वानाइन बोतलबंद पानी में संदिग्ध पदार्थ की मौजूदगी, लैब रिपोर्ट में खुलासा — टर्बीडीटी मानक से अधिक

बिसरा के डरईकेला में स्थित श्रीराम फ्लोर मील द्वारा निर्मित ‘एक्वानाइन’ नामक बोतलबंद पानी में संदिग्ध हरे रंग के पदार्थ पाए जाने से हड़कंप मच गया है। उपभोक्ताओं की शिकायत पर संबंधित पानी का लैब टेस्ट कराया गया।
जांच इस्पेक्ट्रो एनालिटिकल लैब प्राइवेट लिमिटेड में की गई, जिसमें पानी की टर्बीडीटी (Turbidity) का स्तर 7.37 पाया गया — जबकि बोतलबंद पानी के लिए निर्धारित अधिकतम सीमा 5 होती है। यह परिणाम स्पष्ट रूप से मानक से अधिक है, जो पानी की स्वच्छता और गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करता है।
हालांकि रिपोर्ट में इस बात का कोई उल्लेख नहीं किया गया कि बोतल के अंदर तैरता हुआ हरे रंग का पदार्थ वास्तव में क्या था। इस अस्पष्टता ने उपभोक्ताओं की चिंता और बढ़ा दी है।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से इस मामले की गहन जांच की मांग की है, ताकि पेयजल की सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित हो सके और जिम्मेदार पक्ष के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।






