स्कूल मरम्मत से निकला छड़ गायब,
प्रधान पाठक ने कहा रात के अंधेरे में इंजिनियर और ठेकेदार पिकअप में ले गए छड़
धरमजयगढ़ क्षेत्र में अब शिक्षा विभाग में भी भ्रस्टाचार देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां स्कूलों में बच्चों को बेहतर भविष्य बनाने और जीवन में सफल होने की शिक्षा दी जाती है। उसी शाला में अगर भ्रष्टाचार देखने को मिले तब की स्थिति में आप सोच सकते हैं कि स्कूली बच्चों पर इसका क्या असर पड़ेगा। कलेक्टर के आदेशानुसार शाला जतन योजना में निकले सभी सामानो की रखरखाव की जिम्मेदारी शाला प्रबंधन की होगी और जो भी मटेरियल निकलेगा उसकी नियमअनुसार नीलामी होगी और उस राशि का उपयोग शाला के विकास कार्य में किया जाएगा।
पर ग्राम पंचायत कुमा के इंचपारा में स्थित पूर्व माध्यमिक शाला में शासन के नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए स्कूल से निकले समानों को लापरवाही पूर्वक बंदरबाँट कर लिया गया। मुख्य्मंत्री शाला जतन योजना के तहत माध्यमिक शाला जीर्णोद्धार कार्य के नाम पर शासकीय माध्यमिक शाला इंचपारा में 6 लाख 11 हजार रूपये की राशि की स्वीकृति 2022-23 में हुई। जिसका निर्माण कार्य प्रारम्भ 6 मई 2023 को प्रारम्भ हुआ और 5 अप्रैल 2024 में कार्य पूर्ण कर लिया गया।
ज़ब पुराने जर्ज़र छत को तोड़ा गया तब उसमे से कई क्विंटल छड़ निकले जिसे शाला परिसर में प्रधान पाठक की जवाबदारी में रखा जाना था। और नियमानुसार नीलामी करनी थी। पर वर्तमान में ना तो शाला परिसर में छड़ व अन्य समान मौजूद है ना ही उसकी नीलामी की गई हैं। ज़ब इस सम्बन्ध में शाला के प्रधान पाठक से बात की गई तब उन्होंने गोल मटोल बातें की और अपनी जिम्मेदारी से पलड़ा झड़ते हुए सारा ठीकरा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के इंजिनियर और ठेकेदार पर ठीकरा फोड़ दिया। इसी के साथ उन्होंने अब तक शिकायत करना भी जरुरी नहीं समझा। जिससे सवाल खड़ा होता है कि कही प्रधान पाठक की मिलीभगत से ऐसा कार्य तो नहीं हुआ।
क्या कहते हैं शाला प्रधान पाठक ?
ज़ब इस सम्बन्ध में शासकीय माध्यमिक शाला इंचपारा के प्रधान पाठक कैलाश राठिया से बात की गई तब उन्होंने बताया की रात के अंधेरे में इंजिनियर और ठेकेदार छड़ को पिकअप में ले गए, और अबतक उन्हें नहीं सौपे है। लगभग 6 महीने के बाद भी इस मामले में कोई शिकायत नहीं करने का कारण पूछने पर उन्होंने कहा की मै शिकायत नहीं किया हु और ठेकेदार अब तक मेरे को नहीं सौंपा है।
प्रधान पाठक द्वारा इंजिनियर का नाम लेने पर ज़ब हमारे द्वारा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के इंजिनियर जयपाल बखरा को फ़ोन किया गया तब कई बार फ़ोन करने के बाद भी उन्होंने रिसीव नहीं किया
क्या कहते है खंड शिक्षा अधिकारी धरमजयगढ़
ज़ब इस सम्बन्ध में धरमजयगढ़ खंड शिक्षा अधिकारी रवि सारथी से फ़ोन पर बात की गई तब उन्होंने कहा अभी मै बाहर हु आकर पूरे मामले में जानकारी देता हूं