विजय दशमी के उपलक्ष्य में धरमजयगढ़ थाना पर हवन पूर्णाहुति, शस्त्र पूजन किया गया…
दशहरे के दिन शस्त्र पूजा की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। बुराई पर अच्छाई की विजय को प्रतीक मानकर हर साल विजय दशमी के उपलक्ष्य में
शस्त्र पूजा की जाती है। इस दिन भगवान राम द्वारा रावण का वध करने की स्मृति में रावण के पुतले का दहन किया जाता है। भगवान राम ने रावण का वध किया, तब युद्ध में जाने से पूर्व उन्होंने अपने शस्त्रों का पूजन किया था। एक अन्य मान्यता यह है कि जब मां दुर्गा ने महिषासुर का वधकुसमी किया, तब सभी देवताओं ने मिलकर उनके शस्त्रों का पूजन किया था।
तब से लेकर आज तक विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजा किया जाता हैं। इसी के उपलक्ष्य में आज धरमजयगढ़ थाना में मौजूद सभी शस्त्रों की पूजा की गई है। पूजा के कार्यक्रम में धरमजयगढ़ एसडीओपी सिद्धांत तिवारी, थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर और थाना के सभी स्टाफ मौजूद थे। सभी शस्त्रों की पूजा कर थाना प्रभारी द्वारा थाना में मौजूद सभी लोगों को दशहरा की बधाई दी गईं।