छत्तीसगढ़बलरामपुर

4 करोड़ 20 लाख रुपए के घोटाले के मामले में कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश

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तत्कालीन कार्यपालन अभियंता जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा की गई गड़बड़ी

ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रामानुजगंज में पदस्थापना के समय की गई थी गड़बड़ी

बलरामपुर। बलरामपुर जिले के रामानुजगंज ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रामानुजगंज के तत्कालीन कार्यपालन अभियंता जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा 4 करोड़ 20 लाख रुपए का भुगतान किए जाने एवं शासकीय राशि का गबन करने के संबंध में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराए जाने हेतु डॉ. डीके. सोनी अधिवक्ता एवं आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा 2 सितंबर 2024 को एक शिकायत आवेदन आयुक्त सरगुजा संभाग अंबिकापुर के समक्ष प्रस्तुत किया था। आवेदन पत्र में यह उल्लेख किया गया था कि जितेंद्र कुमार देवांगन वर्ष 2019 से 20221 तक कार्यपालन अभियंता के पद पर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रामानुजगंज में पदस्थ थे अपने पदस्थापना के दौरान जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा करोड़ों रुपए के फर्जी बिल वाउचर लगाकर शासकीय राशि का गबन किया गया है। जिसके संबंध में सूचना के अधिकार के तहत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रामानुजगंज के कार्यालय से दस्तावेज प्राप्त किया गया उक्त दस्तावेज के आधार पर 3 सितंबर 2019 से 4 सितंबर 2021 तक करीब 4 करोड़ 20 लाख रुपए का भुगतान जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा अपने हस्ताक्षर से किया है।

जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा 18 सितंबर 2019 को संतोष कुमार केसरी को करीब 1431971 रुपए का भुगतान फर्जी बिल वाउचर लगाकर किया गया है उक्त राशि में जो मेजरमेंट बुक का उल्लेख किया गया है वह भी फर्जी मेजरमेंट बुक बनाया गया है और उक्त दिनांक को संतोष केसरी को बिना काम का जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा राशि का भुगतान किया गया है।इसी प्रकार जितेंद्र कुमार देवांगन तत्कालीन कार्यपालन अभियंता के द्वारा 23 अक्टूबर 2019 को मां अंबे को भी फर्जी एमबी के मध्यम से राशि 15,31,555 का भुगतान किया गया है इसी प्रकार अन्य छोटे-छोटे राशि का भी भुगतान फर्जी बिल एमबी लगाकर तत्कालीन कार्यपालन अभियंता जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा विनोद जायसवाल को 25 अक्टूबर 2019 को किया गया है। 29 नवंबर 2019 को बिना किसी आधार के जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा 82705 रुपए कैश निकल गया है उक्त राशि का भी कोई बिल वाउचर नहीं लगाया गया है तथा उक्त राशि किस मद से एवं किस कार्य के लिए लिया गया है का भी उल्लेख नहीं किया गया है।

28 फरवरी 2020 को मां अंबे कंस्ट्रक्शन को फर्जी एमबी बुक का उल्लेख करते हुए 564255 रुपए का भुगतान किया गया है। 21 मई 2020 को में. दुबे कंस्ट्रक्शन को राशि 21040 रुपए का भुगतान बिना काम का किया गया है ना तो उसमें एमबी नंबर का उल्लेख है और ना ही किस काम का भुगतान किया गया का भी उल्लेख कैशबुक में नहीं किया गया है साथ ही साथ 21 मई 2020 को ही 52000 सिर्फ निकला गया है लेकिन उक्त राशि का भी कोई बिल वाउचर नहीं किया गया है इसके अलावा 22 मई 2020 को मे. ब्रिज कंस्ट्रक्शन को 97591 रुपए का भुगतान बिना बिल वाउचर के बिना एमबी के किया गया है उपरोक्त सभी राशि में मोटी कमीशन लिया गया है क्योंकि जितेंद्र कुमार देवांगन के द्वारा उपरोक्त ठेकेदारों से मिली भगत कर छोटी-छोटी राशियों के माध्यम से फर्जी एमबी एवं फर्जी बिल लगाकर राशि का भुगतान किया गया है।

जितेंद्र कुमार देवांगन के कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रामानुजगंज में पदस्थापना के अवधि के समय लगभग 4 करोड़ 20 लाख रुपए का भुगतान बिना किसी आधार और बिना किसी कार्य के किया गया है उपरोक्त अवधि में भुगतान किए गए समस्त राशि के कार्यों का भी विधिवत जांच कराने के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है। जिसके आधार पर आयुक्त सरगुजा के द्वारा शिकायतकर्ता डॉ. डीके सोनी के आवेदन एवं उसके साथ प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर आयुक्त सरगुजा संभाग अंबिकापुर द्वारा 9 सितंबर 2024 को कलेक्टर बलरामपुर को शिकायत आवेदन पत्र में उल्लेखित तिथियां की जांच कराकर 15 दिवस के भीतर जांच प्रतिवेदन कार्यालय को उपलब्ध कराने का आदेश दिए।

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