छत्तीसगढ़

4,लाख 50,हजार रूपए से बना ग्राम पंचायत खपरीडीह का सार्वजनिक शौचालय शो पीस  बनकर रह गया।

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सार्वजनिक शौचालय के अन्दर  झाड़ियों व गंदगी का ढेर।
खपरीडीह ग्राम पंचायत में बने सार्वजनिक शौचालय सरपंच सचिव की भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ा।
ग्राम पंचायत के कागजों में सार्वजनिक शौचालय पूरा।

सरसीवां एक तरफ जहां केंद्र सरकार  स्वच्छ भारत बनने  के लिए ग्राम पंचायतो को लोगों के  घरो मे  शौचालय बनवाने के लिए योजनाओं का लाभ दे रही है ।और  गांव गांव में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य  के लिए जनपद पंचायतो को पैसा आबंटन कर रही है । वहीं  भारत देश स्वच्छ भारत मिशन की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा हैं।



हम बात कर रहे  हैं बिलाई गढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खपरीडीह का है  जहां सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में बनाये गये  सार्वजनिक शौचालय की बंदरबांट कर डाले हैं । बिलाई गढ़ जनपद पंचायत  अंतर्गत के ग्राम पंचायत खपरीडीह में 4 लाख 50 हजार रुपए  की लागत से बना सार्वजनिक शौचालय का लाभ ग्रामीणों  को नहीं मिल पाया। जबकि सार्वजनिक शौचालय ग्राम पंचायत में बन कर खड़ा है । जबकि सार्वजनिक शौचालय अपने गांव खपरीडीह के लिए शोपीस बनकर खड़ा है ।

बने सार्वजनिक शौचालय के अन्दर का नजारा देखने लायक है जहां शौचालय के अन्दर घांस फूंस उग आया है न तो सार्वजनिक शौचालय के अन्दर किसी प्रकार की सुविधा है न ही सार्वजनिक  शौचालय का शौचालय  गांव में रहने वाले रहवासियों को उपयोग करते बन रहा है । सार्वजनिक शौचालय के अन्दर गंदगी का आलम बिखरा पड़ा है लोग शौचालय के अन्दर शराब की खाली शीशी व कच्ची महुआ शराब की रेपर व डीस्पोजल बिखरा पड़ा है ।

खपरीडीह ग्राम पंचायत में महिला सरपंच विराजमान हैं लेकिन महिला सरपंच नाम मात्र की है पूरा ग्राम पंचायत का कार्य सरपंच पति की देखरेख होता है । महिला सरपंच को ये भी नहीं मालूम होगा कि ग्राम पंचायत में शासकीय योजनाओं के तहत किते कार्य अब तक हुआ होगा । जबकि महिला सरपंच द्वारा कार्यों का पैसा निकालने के लिए बील वाउचर पर हस्ताक्षर करवाया जाता‌ है। जबकि  खपरीडीह ग्राम पंचायत में 4, लाख 50,हजार रुपए से बनने सार्वजनिक शौचालय नीचे का टैंक तक खुला दिखाई पड़ रहा है ।

महिला सरपंच व ग्राम पंचायत सचिव द्वारा शासकीय पैसे का खुला दूरूपयोग किया गया है और आधा अधुरा सार्वजनिक शौचालय बनवा कर अपने जेबें भरने का कार्य किया है । जबकि कोई भी शासकीय भवन बन कर तैयार होता है तो बिलाई गढ़ के ग्राम पंचायत अंतर्गत के क्षेत्रीय इंजीनियर द्वारा भौतिक सत्यापन करना होता है ।भला इंजिनियर साहाब द्वारा आधे अधूरे सार्वजनिक शौचालय का भौतिक सत्यापन करना सरपंच सचिव पर मेहरबानी किया गया है

जबकि 4,लाख 50 हजार रुपए से बने सार्वजनिक शौचालय पर आज पर्यंत तक खपरीडीह गांव के लोग उपयोग नहीं कर सके ।वहीं 4, लाख 50 हजार रुपए से बनाए गए सार्वजनिक शौचालय लगभग तीन सालों से गांव में शोपीस बन कर खड़ा हुआ है ।का उसमें पानी भर नज़र आया। गंदगी के साथ-साथ झाड़ियां का भी अंबार लगा हुआ। जनपद पंचायत बिलाईगढ़ के ग्राम पंचायत खपरीडीह की जो आज से लगभग दो साल पुर्व बनकर तैयार हुआ है।

इसके बनने से ग्रामीण में इस बात की खुशी थी। कि जिन घरों में शौचालय नहीं है।उन्हें भी इसका लाभ मिल पाएगा। खुले में शौच करना नहीं पड़ेगा। लेकिन अफसोस निर्माण से लेकर अब तक सार्वजनिक शौचालय मात्र शोपीस बनकर रह गया है।आखिरकार लोगों को सार्वजनिक शौचालय का लाभ से वंचित होना पड़ रहा है । सरपंच सचिव की लापरवाही से खपरीडीह ग्राम पंचायत का सार्वजनिक शौचालय शोपीस बन कर भ्रष्टाचारी का भेंट चढ़ गया।

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