छत्तीसगढ़शिक्षा

शिक्षकों के सशक्तिकरण हेतु संवाद कौशल पर केंद्रित एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

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धर्मजयगढ़:- “एक शिक्षक के लिए संवाद केवल विषयवस्तु के आदान-प्रदान का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक सेतु है — जो विद्यार्थी के मन, सोच और संभावनाओं से जुड़ने का मार्ग बनाता है। जब हम शिक्षकों को प्रभावशाली संवाद कौशल से सशक्त करते हैं, तो हम वास्तव में शिक्षा को मानवीय और परिवर्तनकारी बना रहे होते हैं।”- यह उद्गार — डॉ. संजय कुमार सिंह, उप डीन (यू.एस.आर.) एवं प्रोफेसर, ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़) ने  26 जुलाई 2025 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कटाईपाली सी में आयोजित “शिक्षक विकास कार्यक्रम” में व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंतर्गत “प्रभावशाली संवाद: कौशल विकास हेतु नवाचारी एवं श्रेष्ठ अभ्यास” विषय पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।
इस विशेष कार्यशाला का संयोजन विद्यालय के प्राचार्य  राजीव गुप्ता द्वारा किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य संसाधन  डॉ. संजय कुमार सिंह, उप डीन (यू.एस.आर.) एवं प्रोफेसर, ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ थे।डॉ. संजय कुमार सिंह ने कार्यशाला को बेहद संवादात्मक और प्रेरणादायक शैली में संचालित किया, जिसमें उपस्थित शिक्षकों और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने शिक्षकों को यह समझाया कि संवाद कौशल केवल कक्षा में पढ़ाने का माध्यम नहीं, बल्कि एक शिक्षक के प्रभावी नेतृत्व, सहानुभूति और छात्रों से सार्थक संबंध स्थापित करने का एक सशक्त उपकरण है। डॉ. संजय कुमार सिंह ने कार्यशाला के दौरान विशेष रूप से- कक्षा में सहभागिता बढ़ाने हेतु संवाद की नवाचारी तकनीकें, विषय-विशिष्ट शिक्षण में संवाद कौशल का समावेश, सहानुभूतिपूर्ण श्रवण और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का महत्व, शिक्षक-विद्यार्थी संबंध को सशक्त बनाना, विद्यालय नेतृत्व हेतु संवाद रणनीतियाँ, संवाद को समावेशी एवं मूल्य-आधारित शिक्षा का माध्यम बनाना आदि बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की । कार्यशाला में 100 से अधिक शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे, जिन्होंने पूरे उत्साह और रुचि से भाग लिया। प्रतिभागियों ने न केवल प्रश्न पूछे, बल्कि अपने शिक्षण अनुभवों को साझा करते हुए संवाद की महत्ता पर गहन चर्चा की। विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी धर्मजयगढ़ एस आर सिदार ने आतिथ्य उद्बोधन देते हुए बताया कि शिक्षकों के लिए इस तरह का उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित । कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु  राजीव गुप्ता ने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO), विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) तथा सभी सहयोगी शिक्षकों व विद्यार्थियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। यह कार्यशाला शिक्षकों को 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों को साकार करने, और संवाद कौशल के माध्यम से शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावशाली एवं मानवीय बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल रही।

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