राजगांगपुर मे हर्षोउल्लास के साथ मोहर्रम का त्योहार मनाई गई
9 अखाड़ों के साथ मोहर्रम जुलूस निकाली गई
जुलूस के दौरान 20 प्लाटून फोर्स मुस्तैद रही
राजगांगपुर । बुधवार को राजगांगपुर शहर मे हर्षोउल्लास के साथ मोहर्रम का त्योहार मनाई गई । कुल 9 अखाड़ों सहित मोहर्रम जुलूस निकली गई । गौरतलब है की बुधवार शाम 4 बजे सभी अखाड़े अपने अपने क्षेत्र से निकल कर राजगांगपुर स्थित सुभास चौक पर एकत्रित हुए और वहाँ से लाठियों के खेल का प्रदर्शन करते हुए मेन रोड़, खडागली, नगरपालिका कार्यालय,सप्ताहिक बाजार, उर्दू स्कूल, तालकीपाड़ा होते हुए कर्बला पहुंची ।
राजगांगपुर में बड़े पैमाने पर मोहर्रम मनाया गया कर्बला के शहीदों की याद में जुलूसों और मजलिसों का एहतिमाम किया गया मोहर्रम के सभी जुलूस अपने परंपरागत तौर तरीके से निकाले गए और बड़ी तादाद में इमाम हुसैन से अकीदत रखने वाले लोग, बूढ़े, बच्चे, जुलूसों में शरीक हुए।
इस मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के भी प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतेजाम किए गए थे मोहर्रम जुलूस के दौरान सुंदरगढ़ आरक्षिक अधीक्षक प्रत्यूष दिवाकर, अतिरिक्त आरक्षिक अधीक्षक, डीआईजी, राजगांगपुर विधायक डाक्टर सी एस राजेन एक्का, राजगांगपुर प्रखण्ड अधिकारी अक्षय कुमार बाग, स्थानीय नगरपालिका कार्यनिर्वाही अधिकारी विक्टर सोरेग, नगरपालिका की अध्यक्ष माधुरी लुगुण, राजगांगपुर तहसीलदार जगबंधु मल्लीक, कुत्रा प्रखण्ड अधिकारी जुगल किशोर मौजूद रहे वही राजगांगपुर एसडीपीओ अभिषेक पानीग्राही, स्थानीय थाना प्रभारी मनोरंजन प्रधान, लांजीबेरना पुलिस चौकी अधिकारी खगपति विश्वाल सदबल सहित सभी चौक चौराहे पर अपनी पैनी नजर रखे हुए थे । उक्त मोहर्रम जुलूस मे प्रशासन की ओर से 20 प्लाटून फोर्स चप्पे चप्पे पर मुस्तैद दिखी ।
गौरतलब है कि मुहर्रम के महीने की 10वीं तारीख को कर्बला की जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। इस्लाम की रक्षा के लिए उन्होंने खुद को कुर्बान कर दिया था। इस जंग में उनके साथ उनके 72 साथी भी शहीद हुए थे।