
ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक जीत में बीएसएफ जवानों द्वारा निभाएं गए सर्वोच्च कर्तव्यों का किया निर्वहन, दुश्मन के 118 बंकर किए तबाह माननीय प्रधानमंत्री जी, केंद्रीय गृह मंत्री जी व डीजीएमओ द्वारा देश की पहली रक्षा पंक्ति बीएसएफ जवानों की भूरी भूरी प्रशंसा के एवज में पैरामिलिट्री फोर्सेस जवानों व उनके परिवारों की जरूरी सुविधाओं को लेकर 5 सदस्यीय पूर्व अर्धसैनिकों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा सत्ता के गलियारों में दी जोरदार दस्तक।
अलॉइंस महासचिव रणबीर सिंह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से बताया गया कि पूर्व एडीजी सीआरपीएफ श्री एचआर सिंह के नेतृत्व में 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा राज्यों में अर्धसैनिक कल्याण बोर्डों की स्थापना, केंद्रीय स्तर पर अर्ध सैनिक झंडा दिवस कोष की स्थापना, जिला स्तर पर सीजीएचएस डिस्पेंसरी खोलने, कम्पनी कमान अधिकारियों से लेकर कमांडेंट लेवल के अधिकारियों को मानद रैंक प्रदान करने, राज्यों की राजधानियों में अर्धसैनिक स्कूलों की स्थापना, सीआईएसएफ जवानों को सीएलएमएस मदिरा सुविधा उपलब्ध कराने व जवानों को 60 दिनों के वार्षिक अवकाश देने हेतु एडिशनल सेक्रेटरी पुलिस-2 श्री अभिजीत सिन्हा से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया।
एक ही दिन में एसोसिएशन डेलिगेशन की गृह मंत्रालय के साथ शांति रक्षक बल सीआरपीएफ डीजी सीआरपीएफ श्री जीपी सिंह का बुलावा आया ये उस 10 सालों से चलें शांति पूर्ण आंदोलन का असर है। पूर्व एडीजी श्री एचआर सिंह के कहे अनुसार एडिशनल सेक्रेटरी पुलिस -2 द्वारा सिलसिलेवार तरीके से हर एक कल्याणकारी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा कर लागू करने का भरोसा दिलाया। सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत के दौरान डायरेक्टर पुलिस मैडम जूही वर्मा ने भाग लिया।
नॉर्थ ब्लॉक गृह मंत्रालय में एक घंटे चली बातचीत के तुरंत बाद श्री जीपी सिंह माननीय महानिदेशक सीआरपीएफ के बुलावे पर लोधी कॉम्प्लेक्स में 1 बजे प्रतिनिधि मंडल की बैठक शुरू हुई। बैठक में पश्चिमी बंगाल से पधारे प्रदीप डे सीआरपीएफ कर्मी द्वारा राज्य के रिटायर्ड कर्मियों को बीएसएफ व सीमा शस्त्र बल कैंटीन से सीएलएमएस मदिरा सुविधा देने की मांग की। पंजाब से पधारे पीएस संधू द्वारा सीजीएचएस डिस्पेंसरियों के विस्तार का मुद्दा उठाया।
पूर्व एडीजी श्री एचआर सिंह ने सभी कम्पनी व बटालियन लेवल अधिकारियों को मानद रैंक प्रदान करने की मांग की साथ ही ड्राइवरों, सिग्नल कर्मियों व अन्य निचले स्तर के रैंकों के लिए समय पर पदोन्नति के मामले डीजी सर के संज्ञान में लाए गए। कलिमपोंग निवासी स्वर्गीय हवलदार बलदेव खरका की पत्नी दुर्गा छेत्री को फैमिली पैंशन जारी करने हेतु आवेदन पत्र सौंपा गया।
महासचिव रणबीर सिंह द्वारा डीजी सीआरपीएफ को अब तक का सबसे स्फूर्तिवान ऑफिसर बताते हुए कहा कि जब से ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह द्वारा महान फोर्स सीआरपीएफ का कार्यभार संभाला है उनका ज्यादातर समय जवानों के दिनचर्या में होने वाली कठिनाईयों को समझने, सैनिक दरबार लगा सुविधाओं में इजाफा करने व छत्तीसगढ़ नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में जवानों की हौसला अफजाई करते देखा जा सकता है
चाहे मणिपुर हो या जम्मू कश्मीर या फिर शहीद परिवारों के आश्रितों को सम्मान देना हो बजाय एसी रूम में बैठने के जवानों के बीच ऑपरेशन में जाकर उनका हौसला अफजाई करना डीजी सीआरपीएफ को अच्छा लगता है। माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की दृढ़ संकल्प लिया गया कि नक्सलवाद को मार्च 2026 तक खत्म कर दिया जाएगा तो उसमे सबसे बड़ा ऐतिहासिक योगदान महानिदेशक सीआरपीएफ का होगा।
मुलाकातों के दौरान अलॉइंस अध्यक्ष की ओर से माननीय एडिशनल सेक्रेटरी पुलिस-2 व डीजी सीआरपीएफ को सम्मान स्वरूप जयहिंद की सेना का पटका पहना कर सम्मानित किया गया। सुखद वातावरण में सम्पन्न हुई दोनों महत्वपूर्ण बैठकों में एडीजी श्री एचआर सिंह, महासचिव रणबीर सिंह के अलावा पंजाब से पधारे पंजाब एसोसिएशन अध्यक्ष बीएसएफ कर्मी पीएस संधू, हिमवीर भीम सिंह बिष्ट, प्रदीप डे पश्चिम बंगाल एसोसिएशन ने भाग लिया।
रणबीर सिंह
महासचिव